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Ghazipur: अवैध ई-टिकट बेचने वाला गिरफ्तार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. आरपीएफ औड़िहार के प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार मीणा ने बुधवार को प्रतिबंधित साफ्टवेयर के साथ ही अनधिकृत रूप से ई-टिकट बेचने वाले एक आरोपी को दबोच लिया। छापेमारी के दौरान आरोपी के पास से 27 ई-टिकट, 10,900 रुपये नकद समेत लैपटॉप आदि बरामद किया गया है। आरोपित को बुधवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया।


पूर्वांचल समेत आसपास के कई जिलों में फर्जी ई-टिकट देकर यात्रियों को गुमराह करने के आरोपी को रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरपीएफ ने टिकट माफिया आफताब अंसारी के तलाश में उससे जुड़े एक टिकट ब्लैकमेलर का सुराग मिलने पर छापेमारी की। जांच में पता चला कि एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से टिकटों की कालाबाजारी को अंजाम दिया जा रहा है। आरपीएफ ने व्हाट्सएप ग्रुप के संचालक अरुण कुमार कुशवाहा निवासी पकड़ियार पूरब पट्टी थाना सेवरही कुशीनगर की तलाश में दबिश दी। इसके बाद उसके सहयोगी गौतम कुमार वर्मा (29) निवासी पकड़ियार के एक साइबर कैफे पर छापा मारा। तमकुही रोड रेलवे स्टेशन के पश्चिमी रेलवे फाटक के पास स्थित साइबर कैफे में रेल ई-टिकट बनाते और बेचते दबोच लिया। दुकान के संचालक गौतम वर्मा को आईआरसीटीसी के पर्सनल यूजर आईडी पर बनाए गए कुल 27 सामान्य एवं तत्काल रेल आरक्षित ई-टिकट बरामद किए गए, जिसकी कुल कीमत 63967 रुपये आंकी गई।


प्रभारी निरीक्षक एनके मीणा ने बताया कि अभियुक्त के पास से सुपर, तत्काल रेल आरक्षित ई-टिकट के अलावा मॉनिटर, सीपीयू, की-बोर्ड, एक लैपटॉप , कंप्यूटर व एसेसरीज को बरामद किया गया है। वह जरूरतमंदों को टिकट किराये के अतिरिक्त 300 से 500 रुपये अधिक लेकर बेच रहा था। उसके पास से 10,900 रुपये नकद तथा एक मोबाइल भी बरामद किया गया। अरुण कुशवाहा के बारे में पूछने पर उसने बताया कि अरुण लखनऊ में रहकर पढ़ाई के साथ ही रेल ई टिकट बनाता है तथा एक्सटेंशन की खरीद फरोख्त भी करता है। हालांकि पुलिस की दबिश के बाद से वह फरार है। आरोपी ने पिछले चार वर्षों से ई-टिकट का अवैध कारोबार करने की बात स्वीकार की। टीम में अबु फरहान गफ्फार, विक्रम कुमार आजाद, विजय कुमार दीक्षित, गिरिजेश प्रसाद आदि मौजूद रहे।


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