Ghazipur: पिता की तेरही में आ रहे बेटे की ट्रेन से कटकर मौत
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. पिता की तेरही में आ रहे गहमर कोतवाली क्षेत्र के देवल निवासी हरेंद्र राम (37) की शुक्रवार को दिलदारनगर स्टेशन के डाउन लाइन में चलती हुई वास्कोडिगामा-पटना एक्सप्रेस से उतरते समय कटकर मौत हो गई। उसका एक हाथ और एक पैर कट गया था। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
देवल निवासी जहान राम की 10 फरवरी को तेरही थी। मझला बेटा हरेंद्र गोवा में किसी प्राइवेट कंपनी में कार्य करता था। बुधवार को तेरही में शामिल होने के लिए वह बीते तीन फरवरी को गोवा के मटगांव स्टेशन से वास्को डिगामा-पटना एक्सप्रेस ट्रेन से बिहार के बक्सर स्टेशन जाने के लिए डी-3 के सीट संख्या 37 पर यात्रा कर रहा था। दिलदार नगर स्टेशन पर ट्रेन की रफ्तार धीमी हुई तो उसे लगा कि यहां उतरकर आराम से तुरंत घर पहुंच जाएगा। यह सोच बैग लेकर उतरने लगा। इस दौरान असंतुलित होकर ट्रेन के नीचे चला गया। यात्रियों की चीख-पुकार सुन जीआरपी पहुंची और ट्रेन गुजरने के बाद बीच पटरी पर पड़े युवक को स्ट्रेचर पर उठाकर 108 एम्बुलेंस से सीएचसी भदौरा भेजवाया गया। उसका एक हाथ व एक पैर कट गया था। सूचना पाकर परिजन भी अस्पताल पहुंच गए।
हरेंद्र की गृहस्थी अभी पूरी तरह से कच्ची थी। तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर पर था। घटना की जानकारी होते ही पत्नी सरिता का रो रो कर बुरा हाल था। वह अपने पीछे पुत्र सूरज (7), पुत्री सुनैना (4) व सोनी (3) तथा पुत्र सन्नी (2) को छोड़ कर चला गया। दिलदारनगर जीआरपी चौकी प्रभारी विष्णु कांत मिश्रा ने बताया कि युवक चलती ट्रेन से कूद जाने से गंभीर रूप से घायल हो गया था। वाराणसी ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
पिता का निधन, भाई का हाथ टूटा अब हरेंद्र अलविदा
हरेंद्र के परिवार पर लगातार दुखों का पहाड़ टूट रहा है। पहले 23 जनवरी को पिता जहान राम की मौत हो गई। फिर गहमर के नरवा घाट पर दाह संस्कार कर लौट रहे ग्रामीणों का ट्रैक्टर ट्राली भदौरा देवल मार्ग पर मिश्रवलिया गांव के पास पलट गया। इसमें 14 लोग घायल हो गए, जिसमें बड़ा भाई कवींद्र राम का दाहिना हाथ टूट गया। फिर अब पिता की तेरही में शामिल होने आ रहे हरेंद्र की मौत हो गई। लगातार दो माह में तीन घटना होने से परिजन टूट गए हैं तो वहीं ग्रामीण मर्माहत हैं। सबकी जुबां पर यही था कि ईश्वर इनके साथ क्या कर रहा है। मेहनत मजदूरी कर परिवार चलाने वालों पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।
एक साथ होगी पिता पुत्र की तेरही
परिवार के लोगों ने बताया अब पिता व पुत्र की तेरही एक साथ होगी। जीआरपी चौकी परिवार के लोगों के साथ पहुंची तो हरेंद्र की पत्नी सरिता पति के शव को देख रोने लगी। बच्चे कभी पिता के शव को देखते तो कभी रोती बिलखती मां को। वहां पर मौजूद गांव की महिलाएं ढांढस बंधा रहीं थीं।