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Ghazipur: निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने भरी हुंकार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. निजीकरण के विरोध में बुधवार को विद्युत कर्मियों ने अधिकारों की हुंकार भरी। लालदरवाजा पावर हाउस परिसर में सांकेतिक कार्य बहिष्कार करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में सैकड़ा भर कर्मचारी जुटे और नारेबाजी की। कर्मचारियों ने अपनी मांगों को उठाते हुए सरकार से निजीकरण का विचार त्यागने की अपील की। वहीं निजीकरण नीति के वापसी तक आंदोलनरत रहने का संकल्प लिया।

बुधवार को गाजीपुर में निजीकरण के विरोध में देशभर के बिजली कर्मचारियों के समर्थन में सांकेतिक कार्य बहिष्कार किया । जिला संयोजक सिंह ने कहा कि सभी संविदा कर्मियों एवं निविदा कर्मियो को तेलंगाना राज्य की तरह विभाग में नियमित किया जाय। केंद्र सरकार की निजीकरण नीति के विरोध में तथा बिजली विभाग की अन्य समस्याओं के समाधान के लिए देश के 15 लाख बिजली कर्मचारियों ने आज सांकेतिक कार्य बहिष्कार किया, जिसमें उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियी महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। 


कहां कि विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने केंद्र सरकार की निजीकरण की नीतियों के विरोध एवं बिजली कर्मियों की ज्वलंत समस्याओं के समाधान के लिए इस सांकेतिक कार्य बहिष्कार में न केवल शामिल होने का निश्चय किया है, बल्कि इस एक दिवसीय “सांकेतिक कार्य बहिष्कार” का नोटिस केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री और प्रदेश सरकार को भी दे दिया है। बिजली के निजीकरण का प्रयोग उड़ीसा, ग्रेटर नोएडा और आगरा में बुरी तरह विफल होने के बावजूद केंद्र सरकार ने बिजली के निजीकरण की दिशा में “इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेट) बिल 2020” एवं “स्टैंडर्ड बिडिंग डॉक्यूमेंट” जारी किया है। केंद्र शासित प्रदेशों चंडीगढ़ और पांडिचेरी में बिजली के निजीकरण की प्रक्रियां तेजी से चल रही है, जिसे लेकर देश भर के बिजली कर्मियों में असंतोष है। 


सह संयोजक इंजीनियर संतोष मौर्या कहां कि सरकार की हठधर्मी के विरोध में प्रदेश के सभी ऊर्जा निगमों के बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर और अभियंताओं ने आगामी बिजली कर्मियों के साथ एक दिवसीय सांकेतिक कार्य बहिष्कार किया, जो सफल रहा। कहा कि बिजली कर्मचारी किसान आंदोलन को नैतिक समर्थन प्रदान कर रहे हैं, जिनकी मांगों में “इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2020” की वापसी प्रमुख है। इस अवसर पर अधिशासी अभियंता प्रथम मनीष कुमार, द्वितीय आदित्य पांडेय, तृतीय आशीष चौहान, चतुर्थ महेंद्र मिश्रा, सहायक अभियंता शिवम राय, अमित कुमार, शिव शंकर, मिठाई लाल, अभिषेक राय, सत्यनारायण चौरसिया, अवर अभियंता अविनाश सिंह, तपस कुमार, रोहित कुमार, नीरज सोनी, पंकज जयसवाल, इंद्रजीत पटेल, अजय कुमार सिंह, मस्टरोल संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश सिंह, विजय शंकर राय, सुदर्शन सिंह बाबा, कपिल गुप्ता, प्रवीण सिंह, जितेंद्र सिंह कुशवाहा, विनय तिवारी, शशिकांत भारतीय, शिवशंकर कश्यप एवं समस्त मीटर रीडर तथा समस्त संविदा कर्मी मौजूद रहे।

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