Ghazipur: किसानों व पुलिस कर्मियों में झड़प, निकाला गया मार्च
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. नए कृषि कानून के विरोध में किसान संगठन के देशव्यापी चक्का जाम के मद्देनजर शनिवार को जिले में पुलिस प्रशासन काफी चौकन्ना रहा। भले ही यह चक्काजाम उत्तर प्रदेश में नहीं रहा, फिर भी पुलिस ऐसी किसी आशंका को लेकर अलर्ट रही। जिले भर के प्रमुख स्थलों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने सीपीआइ कार्यालय भारद्वाज भवन लंका व भाकपा माले कार्यालय तुलसीसागर से मार्च निकाला। इसी बीच पुलिस कर्मियों ने सभी को वहीं पर रोक दिया। इससे किसानों व पुलिस कर्मियों में झड़प हो गई। बाद में पहुंचे तहसीलदार ने किसानों को समझाया। तब किसानों ने चार-पांच की संख्या में बारी-बारी से सरजू पांडेय पार्क में पहुंचकर धरना सभा की।
कृषि विरोधी कानून को रद करने को लेकर आवाज उठाई गई। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित सात सूत्रीय पत्रक तहसीलदार को सौंपा गया। किसान सभा के जिलाध्यक्ष जनार्दन राम ने कहा कि देशद्रोह समेत किसानों पर दर्ज गंभीर मुकदमे वापस लिया जाएं। एमएसपी की गारंटी के लिए कानून बनाना जरूरी है। आरोप लगाया कि आरएसएस संघ परिवार के इशारे पर कृषि आंदोलन को बदनाम करने की साजिश हो रही है। कृषि मंत्री के साथ वार्ता में शामिल किसान नेताओं, अन्नदाता किसानों के ऊपर देशद्रोह समेत गंभीर मुकदमे लाद दिया गया है। 122 से अधिक किसानों को गिरफ्तार किया गया। किसान महासभा के सदस्य मुहम्मद नसीरुद्दीन ने डीजल रसोई गैस व पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को वापस लेने की मांग की। सीपीआइ जिला सचिव अमेरिका यादव, भाकपा माले के जिला सचिव रामप्यारे राम, एमसीपीआई (एम) के अनुभव दास, भीम आर्मी के शत्रुधन भारती, डा. रामबदन सिंह, अशोक मिश्रा, राजेश वनवासी, मोती प्रधान, उजागीर राम, सगीर अहमद आदि थे।
दिलदारनगर : कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर क्षेत्रीय किसानों की बैठक सरहुला गांव स्थित बालक बालिका विद्यालय परिसर में हुई। सरहुला, पचोखर, कर्मा, बगेसरी, भरवालिया, दशवंतपुर, नूरपुर, गोहदा, विशनपुरा, कुसुमपुर,अवती सहित आदि गांवों के किसानों ने एक स्वर में कहा कि कृषि कानून देश के समस्त किसानों के विरुद्ध है। इससे किसानों का नुकसान छोड़ कोई फायदा नहीं है। अध्यक्षता दुर्गा सिंह यादव व संचालन अजय तिवारी ने किया। हरिओम यादव, ओमप्रकाश राजभर, बेचन राम, वेद प्रकाश सिंह, अजय गुप्ता, सनी यादव, मोनू सिंह आदि थे।
सादात : नए कृषि कानून के विरोध में किसान संगठन के देशव्यापी चक्का जाम के मद्देनजर स्थानीय पुलिस प्रशासन काफी चौकन्ना रहा। थानाध्यक्ष दिव्यप्रकाश सिंह हमराहियों के साथ स्वयं चक्रमण करते रहे। वहीं उपनिरीक्षकों के नेतृत्व में अपने थाना क्षेत्र के सीमा क्षेत्र कनेरी, मकदूमपुर, मौधियां, प्यारेपुर सहित विभिन्न चौराहे मजुई, रघुबंश चौराहा आदि जगहों पर पुलिस तैनात रही।