सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम, जारी रहेगी RAF-CRPF की तैनाती
गाजीपुर न्यूज़ टीम, ग़ाज़ियाबाद. तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हजारों किसानों का दिल्ली-एनसीआर के बॉर्डर पर धरना-प्रदर्शन जारी है। इस बीच कानून रद करने की मांग के साथ-साथ एमएसपी पर कानून बनाने की मांग को लेकर सिंधु बॉर्डर पर चल रहा किसानों का प्रदर्शन बृहस्पतिवार को 71वें दिन में प्रवेश कर गया है। वहीं, किसानों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली-एनसीआर में आरएएफ की 16 कंपनियों सहित सीआरपीएफ की 31 कंपनियों की तैनाती को 2 सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है।
इस बीच दिल्ली पुलिस का बयान आया है कि ऐसी वीडियो और तस्वीरें प्रसारित हो रही हैं जिसमें यह दिखाया जा रहा है कि गाज़ीपुर बाॅर्डर से कीलें हटाई जा रही हैं। कीलों की जगह बदली जा रही है। बाॅर्डर पर तैयारियां पहले जैसी ही हैं।
दिल्ली के वीवीआइपी इलाके में रायसीना रोड पर दोनों ओर से ट्रैफिक बंद कर दिया गया है। वहीं, विपक्षी दलों के कई नेता गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने के लिए बसों के जरिये रवाना हो गए हैं। प्रतिनिधिमंडल में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, डीएमके सांसद कनिमोझी, एसएडी सांसद हरसिमरत कौर बादल और टीएमसी सांसद सौगत रॉय शामिल हैं। इस बीच गाजीपुर बॉर्डर पर सड़कों पर लगाई गई कीलें हटा ली गई हैं।
धरने में हर घर से एक सदस्य
मथुरा में हुई खाप पंचायत में हर घर से एक व्यक्ति के गाजीपुर बार्डर के धरने में शामिल होने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई। पूर्व सैनिक संगठन और रालोद ने भी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिला चलने का एलान किया।