प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक रहे काशी के डोम राजा को मरणोपरांत पद्श्री सम्मान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक रहे काशी के डोम राजा जगदीश चौधरी को मरणोपरांत पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। डोम राजा का पिछले साल 25 अगस्त को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की गई। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे सहित 7 हस्तियों को पद्म विभूषण सम्मान देने की घोषणा की गई है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन सहित 10 हस्तियों को पद्म भूषण सम्मान दिया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में देश की उत्कृष्ट सेवा करने वाले 102 हस्तियों को पद्म श्री दिया जाएगा।
वाराणसी में अंतिम संस्कार मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर होता है। दोनों घाटों पर अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी डोम समाज के पास है। काशी में इस प्रमुख जिम्मेदारी को निभाने के कारण इन्हें डोम राजा कहा जाता है।
हरिश्चंद्र और मणिकर्णिका घाट में करीब 500 से 600 डोम रहते हैं। जबकि उनकी बिरादरी में पांच हजार से ज्यादा लोग हैं। दोनों घाटों पर सभी डोम की बारी लगती है और कभी दस दिन या बीस दिन में बारी आती है। बाकी दिन बेगारी। कोई स्थायी नौकरी नहीं है और कमाई भी इतनी नहीं कि बच्चों को अच्छी जिंदगी दे सकें।
जगदीश चौधरी ने पीएम मोदी का प्रस्तावक बनने पर गर्व जताते हुए कहा था कि यह पूरी बिरादरी के लिए गर्व की बात है कि मैं प्रधानमंत्री का प्रस्तावक बन सका। हम समाज में पहचान पाने को तरस गए हैं। उम्मीद है कि नरेंद्र मोदी जीतने के बाद हमारी पीड़ा समझेंगे और हमें वह दर्जा समाज में दिलाएंगे जिसकी शुरुआत आज हुई है।
पीएम मोदी का प्रस्तावक बनने के बाद जगदीश चौधरी ने कहा था कि अब हमारे समाज को अलग पहचान मिली है। पहली बार किसी राजनीतिक दल ने हमें यह पहचान दी है। हम बरसों से लानत झेलते आए हैं। हालात पहले से सुधरे जरूर हैं, लेकिन समाज में हमें पहचान नहीं मिली है और प्रधानमंत्री चाहेंगे तो हमारी दशा जरूर बेहतर होगी। उन्होंने यह भी कहा था कि नेता वोट मांगने आते हैं लेकिन बाद में कोई सुध नहीं लेता।