Ghazipur: कोरोना टीकाकरण को लेकर उत्साहित रहे स्वास्थ्यकर्मी व कार्यकत्रियां
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कोरोना टीकाकरण के प्रथम चरण के पांचवें दिन वैक्सीनेसन का कार्य शुरू हो गया है। इस चरण में ही कई बार लाइन लिस्टिंग कर वैक्सीनेशन किया जाएगा। इसे लेकर सुबह से हीं केंद्रों पर पुलिसकर्मियों सहित चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की भीड़ लगी रहीं। स्वास्थ्य विभाग में जो लाइन लिस्ट तैयार की जा रही है। वह इस अभियान की दूसरी लाइन लिस्टिंग है। सरकार के निर्णय पर बनाए जा रहे लाइन लिस्टिंग से ही लाभार्थियों को फोन और एसएमएस भेजकर बुलाया जाएगा।
टीकाकरण को लेकर 12051 स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरे चरण में शामिल किया गया था। इसमें सभी केंद्रों पर अलग- अलग सूची भी विभाग की ओर से भेज दिया गया है। प्रथम चरण में 290 चिकित्सकों व कर्मियों को टीका लगा था। इसमें जिला अस्पताल में 200, जिला महिला अस्पताल में दो सौ मरीजों को वैक्सीन लगने के लिए बुलाया गया था। जबकि प्रथम चरण में जिसकों को कोरोना की वैक्सीन लगी थी, उन्हें दूसरी डोज के लिए 15 फरवरी को बुलाया जाएगा। जिले में 16 हजार 90 डोज वायल प्रथम चरण में आया है।
जिसमें से एक भी डोज खराब नहीं हुआ है। प्रथम व दूसरे चरण में कोविडशिल्ड केंद्रों पर भेजने के बाद बचे कोविशील्ड वैक्सीन को सीएमओ कार्यालय के कोल्ड चेन सेंटर में सुरक्षित रखवा दिया गया है। जिले में कोरोना चेन को रोका जा सके। इसके लिए सरकार लोगों की संख्या बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दे चुकी है। एसीएमओ व नोडल डा. उमेश कुमार ने बताया कि दूसरे चरण के लिए आठ केंद्र बनाए गए है। सात हजार तीन लाभार्थी का टीका लगना है। दूसरे चरण के प्रथम दिन करीब 2300 वैक्सीन लगाने की सूची केंद्रों पर भेजी गई है। जिससे कोरोना चेन पर लगाम लगाया जा सके। इसीलिए सरकार विशेष जोर दे रही है कि प्रथम चरण में बचे हुए लोगों का टीकाकरण जल्द पूरा हो सके। जिससे दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू हो सके।
टीककरण को लेकर अधीक्षक अलर्ट अधीक्षक
कठवामोड़। क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुभाखरपुर कोरोना वैक्सीन 200 लोगों के लिए केंद्र पर सूची मिली थी। टीककरण को लेकर अधीक्षक मुशीलाल सुबह से ही अर्लट थे। कोरोना का टीका सुबह से सुबह 10 बजे से केंद्र पर शुरू हो गया था। स्वास्थ्यकर्मियों व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को एक-एक कर प्रवेश दिया गया। केंद्र अधीक्षक ने बताया कि कोविड के टीका लगने के बाद किसी को भी कोई भी परेशानी नहीं हुई। तीस मिनट तक निगरानी के बाद हीं केद्रों से बाहर का प्रवेश दिया जाता है।