प्रधानमंत्री मोदी के आदर्श गांव नागेपुर में कृषि कानूनों के खिलाफ सड़क पर किसान, फूंका पुतला
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी के मिर्जामुराद में स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्श गांव नागेपुर में शुक्रवार को कृषि कानूनों के खिलाफ किसान और गांव वाले सड़क पर उतरे। दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में आवाज बुलंद की गई। लोक समिति के कार्यकर्ता और ग्रामवासियों ने किसानों की मांगों को लेकर पुतले के साथ गांव में रैली निकाली।
नंदघर के सामने धरना-प्रदर्शन किया। आक्रोशित किसानों ने किसान विरोधी सरकार का पुतला फूंका और नये कृषि कानून की प्रतियां जलाकर विरोध जताया। वाराणसी से सांसद बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागेपुर को गोद लेते हुए आदर्श गांव घोषित किया था।
शुक्रवार की सुबह लोक समिति के कार्यकर्ताओं ने नागेपुर स्थित नंदघर के सामने प्रदर्शन करते हुए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की। चेतावनी दी कि यदि कृषि कानून निरस्त नहीं किया गया तो आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा। किसानों ने कहा कि अगर सरकार ने किसानों की मांगों पर सकारात्मक रुख नहीं अपनाया तो सड़कों पर भी आंदोलन होगा। किसानों ने सरकार से गणतन्त्र दिवस पर लालकिला पर हुए उपद्रव की सीबीआई जांच कर उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे लोक समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि हम केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों किसान विरोधी कानूनों का विरोध करते हैं। केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली जा रहे किसान नेताओं पर फर्जी कार्रवाई निंदनीय है। गणतंत्र दिवस पर कुछ उपद्रवियों ने लाल किले पर पहुंचकर साजिश के तहत किसान आंदोलन को बदनाम किया है। सरकार मामले की बिना जांच किये शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसान नेताओं पर फर्जी मुकदमे लगा रही है। किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा करने वाली सरकार किसानों से उनकी जमीन छीनने का षड्यंत्र रच रही है।