जो किसानों और नौजवानों का दुःख ना समझे वो कैसा योगी - अखिलेश यादव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, इटावा. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाज में नफरत करने वालों की कोई जगह नहीं होती है. अमेरिका में नफरत फैलाने वाले डोनाल्ड ट्रंप सत्ता से बाहर हो गये. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब भारत में भी नफरत फैलाने वाले सत्ता से दूर हो जाएंगे. अपने पैतृक गांव सैफई में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण कर किसानों के आन्दोलन को समर्थित ट्रैक्टर तिरंगा रैली में हिस्सा लेते हुए ट्रैक्टर की ट्राली पर खड़े होकर अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका का चुनाव एक हालिया इस बात का सबसे बडा उदाहरण है जहां पर गोरे काले का भेद करके नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही थी.
उन्होंने कहा कि वहां पर हुए चुनावी नतीजो में नफरतियो को सत्ता से बाहर कर दिया है. वह दिन दूर नहीं है यह सब कुछ हिंदुस्तान में भी दिखाई देगा जब सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी भी सत्ता से बाहर दिखाई देगी. अखिलेश यादव कृषि संसोधन बिल को किसानों का डेथ वारंट बताते हुए कहा कि किसानों के इस आंदोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी खड़ी है. इसी क्रम में आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा पूरे देश मे तहसील स्तर पर ट्रैक्टर तिरंगा रैली निकाली गई है जिसमें किसानों और नौजवानो ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है.
जवानों और किसानों पर गर्व
अखिलेश यादव ने कहा कि पूरा देश आज गणतंत्र दिवस मना रहा है. हमें इस देश के जवानों और किसानों पर गर्व है. आज ही के दिन हिंदुस्तान का संविधान लागू किया गया था, लेकिन सरकार इस संविधान का गलत प्रयोग कर उद्योगपतियो को लाभ पहुंचाने के लिए अमादा है. इस सरकार ने बिना बहुमत के किसानों का डेथ वारंट पास कर दिया है. जिसे वापिस लेने की मांग को लेकर पूरे देश का किसान सड़कों पर प्रदर्शन कर रहा है और सरकार इन किसानों को आतंकवादी और खालिस्तानी बता रही है.
अगर किसान आतंकवादी और खालिस्तानी हैं तो...
अखिलेश ने कहा कि अगर किसान आतंकवादी और खालिस्तानी हैं तो भाजपा वाले किसानों के द्वारा उपजाया हुआ अनाज क्यों खा रहे है? सरकार दावा कर रही है कि किसानों को एमएसपी का लाभ देते हुए उनका धान 1868 रुपये प्रति कुंतल के हिसाव से सरकार ने खरीदा है जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश में किसानों को अपना धान नौ सौ, एक हजार और ग्यारह सौ रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से बेचना पड़ा है.
प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर
कोरोना बीमारी ने लोगो के नाक और मुंह बंद करवा दिए लेकिन पता नहीं बीजेपी के लोगो को कौन सी बीमारी लग गयी है कि इन लोगो ने अपने आंख और कान बन्द कर लिए हैं. इन्हें किसानों और बेरोजगार लोगों की आवाज नहीं सुनाई दे रही है. उन्होंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि हमने 24 करोड़ में से 14 करोड़ लोगों को रोजगार दिया. प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है विकास के नाम पर सरकार सपा शासन में करवाये गए विकास कार्यो के नाम और रंग बदलने में जुटी है. बाबा जी को लैपटाॅप चलाना नहीं आता है इसलिए उन्होंने लैपटाॅप नहीं बांटे, उन्होने स्वच्छ भारत योजना के तहत बनवाये गए शौचालय पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग वहां पर अपना नाम लिखवाते है जहां हम लोग पेशाब जाते हैं.
योगी आदित्यनाथ पर कसा तंज
अखिलेश ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने आपको योगी लिखते है योगी वह होता है जो दूसरों के दुख को अपना दुख समझे यह योगी नहीं हो सकते इन्हें इटावा सैफई फिरोजाबाद और मैनपुरी के लोगों से विशेष नफरत है. इटावा में पैदा हुए शेरों को कहीं और ले जाने की तैयारी हो रही है, यह इनका विकास है. उन्होंने कहा कि ऐसे नफरत फैलाकर झूठ बोलने वाले लोगो को 22 के विधानसभा चुनाव में जबाब देना है. यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी कार्यप्रणाली देखकर नहीं लगता कि वह वास्तव में योगी हैं.
इटावा, मैनपुरी और आसपास के इलाकों के लोगों से नफरत करने का आरोप
अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर इटावा, मैनपुरी, फिरोजाबाद और आसपास के इलाकों के लोगों से नफरत करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी कार्यप्रणाली देखकर नहीं लगता कि वह योगी हैं. अखिलेश ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने योगी की परिभाषा दी है. उस परिभाषा को और गुरु नानक जी के वचनों को पढ़ा जाए तो इतना ही समझ में आता है जो दूसरों का दुख अपना दुख समझे, वही योगी होता है. तो बताओ क्या आपके मुख्यमंत्री जी योगी हैं? क्या वह आपका, हमारा, किसानों और नौजवानों का दुख और तकलीफ समझ सकते हैं? वह योगी नहीं हैं.
सपा का किसानों को समर्थन
अखिलेश ने कहा कि जिन लोगों ने डिफेंस कारिडोर को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार से एमओयू किया था, अभी सुनने में आया कि कई कंपनियों ने वह एमओयू वापस ले लिया है. नए कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि नए कानूनों के खिलाफ आंदोलन छेड़ने वाले किसानों को आतंकवादी और खालिस्तानी कहा गया, लेकिन हम बधाई देते हैं पंजाब के किसानों को कि उन्होंने सरकार की एक नहीं चलने दी और वह डटे रहे और आज भी आंदोलन कर रहे हैं. हम सपा के लोग उनका पूरा समर्थन करते हैं.
किसान ही असली हिंदुस्तान
अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार ने राज्यसभा में अपना बहुमत न होने की परवाह ही नहीं की और कानून पारित करा दिए. सरकार कुछ लोगों के हाथ में सारी चीजें देना चाहती हैं ताकि वे पूरी तरह से नियंत्रण कर सकें. जो चीजें जनता के पैसे से बनी वे सब छीनी जा रही हैं. हमारे किसान ही असली हिंदुस्तान हैं और सरकार उनके साथ कैसा बर्ताव कर रही है. देश में जो कुछ चल रहा है उससे पूरी की पूरी अर्थव्यवस्था ढह जाएगी और कुछ लोगों के हाथ में चली जाएगी.
यादव ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के खिलाफ कोई भी व्यक्ति नहीं था, लेकिन बीजेपी के लोग ठेकेदार बन गए. इनसे बचिए. यह व्यापारी हैं. इनका भगवान में कोई विश्वास नहीं है. जो जनता को लूटता हो उसमें भगवान के प्रति प्रेम कैसे हो सकता है?