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Ghazipur: यूपी बोर्ड परीक्षा में शिक्षकों की नहीं चलेगी मनमानी, साफ्टवेयर से लगेगी हाजरी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की 2021 वार्षिक परीक्षा में शिक्षक, शिक्षिकाओं की भी मनमानी नहीं चलेगी। इसे लेकर भी शासन की ओर से अलग निर्देश जारी की गई है। अब इनकी हाजरी साफ्टवेयर के माध्यम से आनलाइन लगेगी। वहीं इस दौरान ड्यूटी नहीं करने वाले शिक्षक, शिक्षिकाओं का वेतन काटने की कार्रवाई की जाएगी। डीएम के निर्देश पर परीक्षा केंद्र बनाने के लिए विद्यालयों का सत्यापन का कार्य शुरू हो गया है।

यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल को रोकने को लेकर लगातार सख्ती बरती जा रहीं है। वहीं माध्यमिक शिक्षा परिषद ने केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पांच दिसंबर तक सभी प्रधानाचार्यो से विद्यालय में गेट सहित शिक्षण कक्ष, उत्तर पुस्तिकाओं और प्रश्न पत्रों को रखने के लिए स्ट्रांग रूम, वायस रिकार्डर, सीसीटीवी कैमरे, अग्नि शमन के संसाधन, विद्युत, जेनरेटर, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय संबंधी सूचनाएं मांगी गई थी। जिन्हे विद्यालयों की ओर से अपलोड़ भी कर दिया गया है। अब कोविड-19 के दौर में कक्ष निरीक्षक और शिक्षकों की कमी दूर करने के इंतजाम भी शुरू कर दिए हैं। पहले कक्ष निरीक्षक और शिक्षक ड्यूटी कटवा लेते थे तो कुछ ड्यूटी लगने के बाद भी जाते नहीं थे। लेकिन इस 2021 की परीक्षा यह संभव नहीं होगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इसकों देखते हुए साफ्टवेयर तैयार किया है। ड्यूटी लगने वाले सभी कक्ष निरीक्षक और शिक्षकों की इसी साफ्टवेयर से आनलाइन हाजिरी लगेगी। गैर हाजिर रहने वालों पर शासन स्तर से ही संबंधितों पर कार्रवाई होगी। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. ओमप्रकाश राय ने बताया कि सभी कक्ष निरीक्षक व शिक्षकों को नई व्यवस्था के तहत ड्यूटी करनी होगी। वहीं परीक्षा केंद्र बनाने के लिए विद्यालयों के सत्यापन का कार्य शुरू हो गया है।


प्रशासनिक अधिकारी करेंगे केंद्रों का सत्यापन

हर साल परीक्षा केंद्र निर्धारण से पहले कालेजों का सत्यापन केवल शिक्षा अधिकारियों की टीम ही करती थी। परीक्षा केंद्र बनाने के दौरान बोर्ड को शिकायतें मिल रही थी कि अधिकारी कुछ खामियों को नजर अंदाज करते हुए सही रिपोर्ट बनाकर बोर्ड को भेज देते थे। इसलिए इस बार विभागीय अधिकारियों के अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी निरीक्षण करेंगे। विद्यालयों का सत्यापन करने के लिए सात कमेटी बनाई गई है। इन कमेटी में एक एसडीएम सहित विकास खंड अधिकारी व राजकीय के प्रधानाचार्य, कर्मचारी शामिल किए गए है।


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