वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर कार ने कई लोगों को रौंदा, सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. कैंट रेलवे स्टेशन परिसर में शुक्रवार की सुबह एक अनियंत्रित कार तेज गति से घुस गई और उसने छह लोगों को रौंद दिया। अचानक तेज गति से आती कार को देखकर परिसर में अफरातफरी मच गई। कार को देखकर मची भगदड़ के बीच जब तक लोग कुछ समझ पाते और बचने का प्रयास करते तब तक कार ने ठहरने से पूर्व छह लोगों को रौंद दिया था।
इस दौरान अनियंत्रित कार की चपेट में आने से इस दौरान आधा दर्जन लोग घायल हो गए। आनन फानन मौके पर पहुंचे सुरक्षा कर्मियों ने कार को अपने कब्जे में लेने के साथ ही चालक राजेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं हादसे में घायल सभी छह लोगों को मण्डलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कैंट रेलवे स्टेशन परिसर में इस दौरान सो रहे यात्रियों पर कार चढ़ गई और तेज रफ्तार कार की चपेट में कई यात्री आ गए।
हादसे में चार यात्री गंभीर रूप से घायल हैं जिनको अस्पताल मेंं भर्ती कराया गया है। वहीं हिरासत में लिए गए कार चालक ने ब्रेक फेल होने की बात कही है। जबकि मौके पर पहुंची जीआरपी पुलिस ने कार चालक को हिरासत में लेने के साथ ही कार्रवाई शुरू कर दी है। हादसे में अधिक चोटिल विकाशानंद, आशा, मंगरू, दिव्या और मीरा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रीपेड स्टैंड से निकली कार को परिसर में धक्का लगाकर स्टार्ट किया जा रहा था। चालक और मालिक राजेश के हाथों में स्टीयरिंग की कमान थी। स्टार्ट होते ही कार अनियंत्रित हो गई। सामने खड़े बाइक सवार भर्थरा (लोहता) निवासी विकास नन्द पांडेय (35) को टक्कर मारते हुए मुख्य भवन द्वार पर लगी रेलिंग को तोड़ दिया। अंदर घुसते ही कार ने जमकर तांडव मचाया। बाहर धूप सेंक रहे एक परिवार के चार सदस्य और एक रिक्शा चालक को रौंदते हए कार मुख्य भवन के दीवार से टकराकर बंद हो गई। थोड़ी ही देर में उठी घायलों की चीत्कार से हर तरफ भगदड़ मच गया। फौरन दौड़े आरपीएफ व जीआरपी के जवानों ने घायलों को उपचार के लिए कबीरचौरा स्थित मण्डलीय अस्पताल में भर्ती कराया। जहां रिक्शा चालक मंगरू (50) और नवविवाहिता दिव्या गुप्ता (21) की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
एक मिनट में बदल गई तस्वीर
चैंबूर (मुंबई) में ऑटो रिक्शा चालक जमुना प्रसाद गुप्ता ने बताया कि वह घटना से एक मिनट पहले परिवार को बाहर बैठाकर पानी लेने गए थे। लौटते ही देखा कार उन्हें धक्का मारते हुए उनकी पुत्री दिव्या, पत्नी मीरा (40) बहन आशा (40) और भांजा लकी (10) को रौंद दिया। समीप में एक रिक्शा वाला दर्द से तड़प रहा था। मूलरूप से कपिलधारा, कोटवा (चिरईगांव) निवासी जमुना प्रसाद ने बताया कि एक महीने पहले वह शादी के सिलसिले में गांव आए थे। पुत्री दिव्या की दस दिन पहले शादी हुई थी। एक दिन पहले पवन कोविड स्पेशल ट्रेन से परिवार के साथ मुंबई जाना था। नई समय सारिणी के चलते उनकी ट्रेन छूट गई।
आतंकी कनेक्शन खंगालने में जुटी खुफिया एजेंसी
घोर लापरवाही से हुई दुर्घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए। मौके से चालक राजेश को गिरफ्तार तो कर लिया गया, लेकिन खुफिया एजेंसी हर पहलुओं को खंगालने में जुट गई। आतंकी हमले का दंश झेल चुके कैंट स्टेशन पर 14 साल पहले दर्जनों लोगों ने जान गवाई थी। लिहाजा, खुफिया इकाई बड़ी ही बारीकी से दुर्घटना के पीछे असल कारणों का अध्ययन कर रहे थे।
बोले जीआरपी इंस्पेक्टर
चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है, घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। आरोपी के खिलाफ 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा।- अशोक कुमार दुबे, इंस्पेक्टर जीआरपी।