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आजमगढ़ में किसानों के समर्थन में उतरी सपा व प्रसपा, पुलिस फोर्स ने नेताओं को रोका

गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. नए किसान कानून के विरोध में आंदोलित किसानों के समर्थन में सोमवार को सपा और प्रसपा ने प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा। इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। सपा कार्यालय के बाहर क्षेत्राधिकारी डा. राजेश तिवारी के नेतृत्व में भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई थी। यही नहीं विशेष परिस्थितियों में गिरफ्तार ले जाने के लिए बस की भी व्यवस्था की गई थी।

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता विधायक दुर्गा यादव के नेतृत्व में जिला कार्यालय से निकले ही थे कि एसडीएम सदर विमल कुमार दुबे व  सीओ सिटी राजेश तिवारी ने फोर्स के साथ रोक लिया। इससे नाराज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। चूंकि फोर्स भारी संख्या में रही, इसलिए सपा के लोग ज्यादा देर प्रदर्शन नहीं कर सके। पुलिस सभी को गिरफ्तार करके पुलिस लाइंस ले गई। आंदोलनकारियों ने कहा कि सरकार को किसान विरोधी बिल को वापस लेना ही पड़ेगा। सपा बिल का प्रत्येक स्तर पर विरोध करेगी। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर विरोध का बिगुल बज जुका है। उधर दीदारगंज विधानसभा के पूर्व विधायक आदिल शेख ने कहा कि सरकार किसानों के साथ ज्यादती कर रही है। सरकार के मंसूबे को सपा कामयाब नहीं होने देगी। निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, सुनीता चौहान समेत करीब सैकड़ा लोग मौजूद रहे।


प्रसपा कार्यकर्ताआें ने सिविल लाइन स्थित कैंप कार्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय तक जुलूस निकालकर सरकार विरोधी नारे लगाए। कहा कि केंद्र सरकार के नए कानूनों से किसान अपने को ठगा महसूस कर रहा है और पूरे देश का किसान आंदोलित है।

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कानून किसान हित के नाम पर कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने वाले हैं। नए कानूनों के जरिए सरकार ने किसानों को फिर से शोषण करने वालों के हवाले छोड़ दिया है। किसानों के भले के नाम पर सरकार फिर से भुखमरी के दौर को निमंत्रित कर रही है, जो देश हित में नहीं है। विडंबना यह है कि केंद्र सरकार नए कानूनों से किसानों को होने वाली परेशानियों को सुनना-समझना नहीं चाहती है। देश का किसान अपने हक की बात सुनाने को सड़कों पर उतरा है तो सरकार उनकी बातों को सुनने की जगह उन पर बर्बरतापूर्वक कार्रवाई  कर रही है। यह कृत्य किसी भी जनकल्याणकारी सरकार के लिए निंदनीय है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रदेश महासचिव रामदर्शन यादव, जिलाध्यक्ष रामप्यारे यादव, महासचिव आनंद उपाध्याय आदि शामिल थे।

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