Ghazipur: किसानों के समर्थन में सड़क पर फिर उतरे सपाई, निकाली यात्रा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर आंदोलनरत किसानों की मांगों के समर्थन में सपा कूद चुकी है। किसानों की आय बढ़ाओं, खेती-किसानी बचाओं मांग के साथ गुरुवार को सपा कार्यकर्ता सड़कों पर दिखे। शहर से लेकर देहात तक सपा नेताओं ने अलग-अलग विधानसभाओं में यात्रा निकाली। सदर में जिलाध्यक्ष के साथ तमाम कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और किसानों का समर्थनक किया। जमानियां में सपा नेता मन्नू सिंह ने किसानों के साथ जुलूस निकाला।
गुरुवार को जमानियां विधानसभा में पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह के प्रतिनिधि मन्नू सिंह और युवा नेता राहुल राज के साथ कार्यकर्ताओं की टोली गांव-गांव घूमी। किसानों द्वारा कृषि बिल के विरोध में चलाए जा रहे आंदोलन के तहत तटवर्ती गांव मनिया में खलिहान में किसानों संग संवाद किया। सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पदयात्रा गांव के मुख्य गलियों से होते हुए भदौरा - गहमर नहर मार्ग के मनिया गांव के पश्चिम तरफ मुख्य चौराहे पर संपन्न हुआ। पूर्व मंत्री के प्रतिनिधि मन्नू सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के विरोध में किसानों के आंदोलन को समर्थन कर रहे हैं। लोकतांत्रिक तरीके से सपा का पद यात्रा किसानों के आंदोलन के समर्थन में जारी रहेगा और पुलिस गिरफ्तार कर परेशान करती रही तो निश्चित तौर पर आंदोलन होगा।
समाजवादी पार्टी सभी सरकारी कार्यालयों ,थाना और कोतवाली जो भी भी घेरने का काम शुरू कर देगी। पदयात्रा में सपा नेता हाजी जामा खां, पूर्व मंत्री प्रतिनिधि मन्नू सिंह के अलावा युवा नेता राहुल राज सिंह, विधानसभा अध्यक्ष अनिल यादव , दयाशंकर यादव , अल्पसंख्यक विधानसभा अध्यक्ष मेराज खां , लोहिया वाहिनी विधानसभा अध्यक्ष कृष्णा मौर्या , विपुल सिंह, इसरार खान , साद सिद्दीकी ,पुन्नू शुक्ला , विवेक मौर्य , रिशु यादव अनिल यादव आदि लोग उपस्थित रहे संचालन सरफराज खान ने किया। वहीं शहर में सपा जिला अध्यक्ष रामधारी यादव ने कहा कि किसान विरोधी यह काला कानून गुलामी की ओर ले जाएगा। यदि यह कानून वापस नहीं हुआ तो देश के किसान बहुराष्ट्रीय कंपनियों और औद्योगिक घरानों के गुलाम होकर रह जाएंगे।
इस देश का 70 फीसदी किसान, जो खेती के बल पर अपनी रोजी-रोटी की व्यवस्था करता है, देश के लोगों के खाने के लिए अनाज की व्यवस्था करता है, वह किसान आज भुखमरी के कगार पर है, उसकी फसलें खलिहानों में सड़ रही हैं। उन फसलों का उचित मूल्य न मिलने की वजह से आज देश का किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। यदि किसान विरोधी काला कानून निरस्त नहीं नहीं हुआ तो पूंजीपतियों की मनमर्जी से खेती करनी पड़ेगी और किसानों की फसलों का भाव भी पूंजीपति ही तय करेंगे। सरकार से तत्काल किसान विरोधी काला कानून वापस लेने की मांग किया। इस अवसर पर जिला मीडिया प्रभारी अरुण कुमार श्रीवास्तव, सच्चेलाल यादव, आलोक कुमार, परशुराम बिंद, प्रभुनाथ राम, शहनवाज खां सोनू, रामज्ञान यादव, अरविंद कुमार यादव, नितेश खरवार, कमलेश बिन्द,अरविंद कुशवाहा, कल्पनाथ बिन्द, मंगरू बिन्द, जवाहिर कन्नौजिया, नरेश बिन्द, शिवाधार बिन्द, रामकृत शर्मा, योगेंद्र बिन्द, दीनानाथ बिन्द, जवाहिर बिन्द, पिन्टू यादव, झारखन्डेय यादव, सुनील यादव, रामदुलार बिन्द, गुलाब बिन्द, चन्द्रभान कुमार, प्रमोद कुमार, अजय यादव, नगीना बिन्द, रामसूरत बिन्द, अजीत कुमार, उदयभान यादव, अरविंद बिन्द, लक्ष्मन बिन्द, रामजन्म बिन्द, जयप्रकाश यादव आदि मौजूद थे। संचालन समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष सदानंद कनौजिया ने किया।