पूर्वांचल में होने जा रही बादलों की सक्रियता, जानिए कब और कितनी होगी बरसात
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पूर्वांचल में मौसम का रुख अब धीरे धीरे बदल चुका है। दिन प्रतिदिन तापमान में उतार चढ़ाव का दौर होने के साथ ही वातावरण में बदलाव भी हो रहा है। ठंड के साथ ही अब बादलों की सक्रियता भी शुरू हो गई है। दक्षिण भारत में चक्रवात की स्थिति के बाद अब इसका असर उत्तर भारत में भी होने लगा है। दक्षिण भारत से उत्तर भारत तक मध्य प्रदेश के रास्ते बादलों की सक्रियता बनी हुई है। हवाओं का रुख पछुआ होने के साथ ही पूर्वांचल में भी बादलों की सक्रियता का दौर शुरू हो जाएगा।
गुरुवार को बादलों की सक्रियता जहां मध्य प्रदेश तक था वह अब उत्तर प्रदेश तक असर करने लगा है। पुरवा और पछुआ हवाओं का मेल होने की वजह से नमी युक्त बादल अब पूर्वांचल के साथ मैदानी इलाकों में भी अपना असर करने लगा है। गुरुवार देर रात के बाद से ही बादलों की सक्रियता कई इलाकों में होने लगी और सुबह कोहरे के बाद आसमान साफ होने के बाद बादलों के टुकड़े एक एक कर आने लगे और धीरे धीरे आसमान पर समूचा बादलों का डेरा काबिज होने लगा। वातावरण में गलन और नमी के बीच बादलों की सक्रियता होने के बाद तापमान में उतार चढ़ाव का भी दौर शुरू हो जाएगा।
सैटेलाइट तस्वीरों में बादलों की सक्रियता
आसमान साफ होने के बाद भी बादलों की मामूली आवाजाही का दौर बना रहा, मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में आसमान में बादलों की सक्रियता बनी हुई है। हालांकि, बादलों की यह सक्रियता महज मध्य उत्तर प्रदेश तक होने की वजह से पूर्वांचल में इसका मामूली असर है। हवा का रुख पछुआ होने के बाद यह बादल और गलन से युक्त होकर पूर्वांचल तक असर दिखाएंगे जबकि आसमान साफ होने के बाद मौसम बदलते ही ठंडी हवाओं की जद में समूचा उत्तर प्रदेश आ जाएगा। बादलों की विदायी के बाद गलन भी पीछे पीछे आ जाएगी।
वातावरण में घुली नमी
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री अधिक दर्ज किया गया। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 89 और न्यूनतम 87 फीसद दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने इस पूरे सप्ताह कोहरे का अंदेशा जािहिर किया है।