कब से चलेगी पैसेंजर ट्रेनें! रेलवे बोर्ड ने वापस लिया जनरल टिकटों की बिक्री का निर्देश
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. रेलवे बोर्ड के हाथ खींचेने से पैसेंजर ट्रेनों (सवारी गाड़ियां) के संचालन पर असमंजस की स्थिति बढ़ती जा रही है। सामान्य पैसेंजर ट्रेनों की कौन कहे गोरखपुर रूट पर चलने वाली खिचड़ी और प्रयागराज रूट पर चलने वाली माघ मेला स्पेशल पैसेंजर ट्रेनों के संचालन पर भी संशय बना हुआ है। रेलवे के अलावा खिचड़ी पर्व पर बाबा गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाने व मौनी अमावस्या पर्व पर प्रयाग के संगम तट पर पुण्य की डुबकी लगाने वाले लाखों श्रद्धालुओं में उहापोह की स्थिति बनी हुई है।
8 दिसंबर को जनरल टिकटों की बिक्री का जारी हुआ था दिशा-निर्देश
दरअसल, रेलवे बोर्ड ने 8 दिसंबर को भारतीय रेलवे स्तर पर जनरल टिकटों की बिक्री के लिए सभी जोनल कार्यालयों को दिशा-निर्देश जारी किया था। निर्देश मिलते ही पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल से प्रमुख पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया। ताकि, कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत पैसेंजर ट्रेनों को चलाया जा सके।
रेलवे बोर्ड ने दो दिन बाद वापस ले लिया निर्देश
दो दिन बाद 10 दिसंबर को ही रेलवे बोर्ड ने अपना निर्देश वापस ले लिया। पूर्वोत्तर रेलवे के तीनों मंडलों ने पैसेंजर ट्रेनों का प्रस्ताव तो तैयार कर लिया। लेकिन जनरल टिकटों की बिक्री पर फिर से विराम लगने के बाद मामला अधर में लटक गया।
स्पेशल के नाम पर एक्सप्रेस ट्रेनें ही चलेेंगी
जानकारों का कहना है कि पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू करने में अभी वक्त लगेगा। स्पेशल के नाम पर एक्सप्रेस ट्रेनें चलती रहेंगी।
खिचड़ी और माघ मेला के लिए तैयार है पैसेंजर ट्रेनों का प्रस्ताव
लखनऊ और वाराणसी मंडल ने खिचड़ी और माल मेला में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्पेशल पैसेंजर ट्रेनों का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। लेकिन अभी तक इन ट्रेनों को चलाने को लेकर कोई विचार नहीं बन पा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन भी रेलवे बोर्ड की नई गाइड लाइन का इंतजार कर रहा है।