माफिया सुधीर सिंह जिला बदर,हत्या और लूट सहित दर्ज हैं कई संगीन मुकदमे
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. गोरखपुर के शाहपुर एल्युमिनियम फैक्ट्री के पास के रहने वाले माफिया सुधीर सिंह को छह महीने के लिए जिला बदर कर दिया गया है। गोरखपुर पुलिस माफिया को साथ लेकर देवरिया गई और वहां पर पुलिस को सुपुर्द कर दिया है। अब छह महीने तक वह गोरखपुर नहीं आ सकते हैं। हालांकि इसके पहले संपत्ति जब्त के आदेश का पालन आज तक नहीं हो सका है। पुलिस की चूक की वजह से कारोबारी सुधीर सिंह के वाहन का नंबर दर्ज हो गया था जिस वजह से फाइल लटकी पड़ी है।
जानकारी के मुताबिक, माफिया सुधीर सिंह पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई थी और जिला बदर के लिए डीएम के पास फाइल भेजी गई थी। जिला बदर की अनुमति मिलने के बाद चौकी प्रभारी हड़हवा फाटक रमेश चंद्र उपाध्याय हमराही राजकुमार के साथ सुधीर सिंह को साथ लेकर देवरिया थाने गए और शाम 7.48 बजे देवरिया पुलिस को सुपुर्द कर दिए। सुधीर सिंह पर इसके पहले पुलिस की रिपोर्ट पर संपत्ति जब्त करने का आदेश हुआ था मगर माफिया सुधीर की जगह पुलिस ने कारोबारी सुधीर के वाहनों का नंबर दे दिया था जिसके बाद पूरी कार्रवाई ही रुक गई।
धीरे-धीरे तीन महीने से अधिक का समय गुजर गया लेकिन अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है। माफिया सुधीर पर 20 मुकदमे दर्ज हैं।
शाहपुर क्षेत्र में अंधाधुंध गोलियां बरसाकर फैला दी थी सनसनी
सहजनवां क्षेत्र के कालेसर गांव निवासी माफिया सुधीर सिंह पर जिला बदर की कार्रवाई यूं ही नहीं की गई है। इस माफिया ने एक-दो नहीं, 20 से अधिक आपराधिक घटनाएं की हैं। लखनऊ में एक पूर्व सांसद की हत्या और कैंट क्षेत्र में सरेराह हत्या की घटना कर सुधीर ने दहशत फैला दी थी।
यूं तो सुधीर सिंह बचपन से ही पिता पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुरेंद्र सिंह की हत्या के प्रतिशोध में जल रहा था लेकिन बड़ा होने के बाद उसने जरायमपेशे की ही अपनी राह बना ली। हया, लूट और हत्या की कोशिश की ताबड़तोड़ घटनाएं कर सुधीर ने अपराध जगत में अपनी धमक बना ली। सुधीर को कुछ सफेदपोश लोगों और बिहार के बाहुबलियों की मदद मिली तो उसने रंगदारी भी वसूलनी शुरू कर दी। सुधीर ने अपने जानी दुश्मन प्रदीप सिंह के मामा की कैंट क्षेत्र में हत्या कर दी। शाहपुर क्षेत्र में छोटू सिंह की हत्या कर सुधीर ने दहशत फैला दी। दबंगई के बल पर ही सुधीर पिपरौली का ब्लाक प्रमुख बन गया।