Ghazipur: टोल प्लाजा ना होने से ग़ाज़ीपुर में नहीं है कोई फास्टैग की सुविधा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जिले में टोल प्लाजा नहीं होने से फास्टैग की भी कोई सुविधा नहीं है। जनपद के लोग जिन्हें वाराणसी, इलाहाबाद, लखनऊ या फिर अन्य बड़े शहरों में आना-जाना होता है, वह आनलाइन या फिर एप के माध्यम से फास्टैग लेते हैं। सड़क परिवहन और राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने एक जनवरी 2021 से चार पहिया वाहनों पर फास्टैग लगाना अनिवार्य कर दिया है। एनएचएआइ की नई गाइडलाइन के अनुसार एक जनवरी से हाइवे टोल प्लाजा पर कैश लेन की सुविधा पूरी तरह से बंद हो जाएगी। टोल प्लाजा अब कैशलेस हो जाएगा। बिना फास्टैग कोई वाहन जाता है तो उसे टोल टैक्स का दोगुना जुर्माना देना पड़ेगा।
ऐसे काम करता है फास्टैग
फास्टैग इलेक्ट्रानिक टोल कलेक्शन तकनीक है। इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआइडी) का इस्तेमाल होता है। इस टैग को वाहन के विडोस्क्रीन पर लगाया जाता है। वाहन के टोल प्लाजा के पास आते ही यहां लगा सेंसर फास्टैग को ट्रैक कर लेता है। इसके बाद फास्टैग अकाउंट से टोल प्लाजा पर लगने वाला शुल्क कट जाता है। यह प्रीपेड की तरह होता है। फास्टैग अकाउंट की राशि खत्म होने पर फिर से रिचार्ज करवाना होगा। नए वाहन स्वामियों को रजिस्ट्रेशन के समय पहले से ही फास्टैग उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्हें बस अकाउंट को सक्रिय और रिचार्ज करना होगा।
ऐसे लेते हैं फास्टैग
बैंक की आनलाइन फास्टैग एप्लीकेशन पर जाकर आनलाइन आवेदन करना होगा। इसमें अपना निजी विवरण जैसे नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, ईमेल-आइडी आदि भरना होगा। केवाइसी भी भरना होगा, जिसमें डीएल, पैनकार्ड, आधार कार्ड दर्ज करना होगा। वाहन पंजीकरण के लिए आरसी नम्बर दर्ज करेंगे। एक पासपोर्ट साइज फोटो, आरसी के साथ सभी दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करेंगे। इसके जमा करते ही फास्टैग एकाउंट बन जाएगा। इसको क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, एनइएफटी, आरटीजीएस या फिर नेट बैंकिग के माध्यम से फास्टैग को रिचार्ज कर सकते हैं.