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Ghazipur: शोपीस बना चिकित्सकविहीन अस्पताल, तीन वर्ष से खाली पड़ा है डाक्टर का पद

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. भांवरकोल क्षेत्र के अराजी बुढ़ैला उर्फ पांडेय का पुरा स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय चिकित्सकविहीन महज शोपीस बनकर रह गया है। ऐसे में लोगों को उपचार के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है।

क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से करइल इलाके के अराजी बुढ़ैला उर्फ पांडेय का पूरा में उत्तर प्रदेश समाज कल्याण निर्माण निगम द्वारा आठ लाख 93हजार रुपये की लागत से वर्ष 2011 में निर्मित सरकारी भवन में इस राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय का संचालन शुरू किया गया। आवागमन सुविधाओं की दृष्टि से काफी पिछड़े इस गांव व आसपास के लोगों को आसानी से उपचार व परामर्श की सुविधा मिलने लगी लेकिन यहां तैनात चिकित्साधिकारी डा. कृपाशंकर मिश्र के वर्ष 2017 में सेवानिवृत्त हो जाने के बाद किसी चिकित्सक की तैनाती अब तक नहीं हुई। 

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वहां फार्मासिस्ट पद पर तैनात उत्तम चंद्र ही रोगियों को अपनी सेवा देते रहे लेकिन श्री चंद्र की ड्यूटी भी थर्मल स्कैनिग में गत 23 जून से ही विभाग द्वारा मुहम्मदाबाद न्यायालय परिसर में लगा दी गई, तब से अब तक इस चिकित्सालय की ओपीडी बंद है और लोगों को दवा आदि स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। इस चिकित्सालय पर भृत्य पद पर तैनात हरिकृष्ण सिंह चिकित्सालय तो समय से नियमित पहुंचते हैं तथा पूरे दिन रहते भी हैं। स्वच्छक एवं चौकीदार का पद भी लगभग दो वर्षो से रिक्त होने के कारण भृत्य हरिकृष्ण चिकित्सालय खोलकर साफ-सफाई कर वहां उपस्थित रहते हैं लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध न करा पाने के कारण यह चिकित्सालय रोगियों के लिए शोपीस बन कर रह गया है। ग्रामीणों ने चिकित्सालय पर चिकित्सक की तैनाती कर स्वास्थ्य सेवाएं शीघ्र शुरू करने की मांग की है।

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