Ghazipur: किशोरी की हत्या में पुलिस के हाथ खाली, ग्रामीणों में आक्रोश
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. बहरियाबाद थाना क्षेत्र के खाजेपुर मठिया गांव में गत रविवार की सुबह शौच के लिए सिवान में निकली किशोरी की गला दबाकर की गई हत्या के 36 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली रहे। हालांकि ताबड़तोड़ छापेमारी कर पुलिस गांव के आधा दर्जन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इधर, पोस्टमार्टम के बाद रविवार की रात लगभग 9 बजे शव लेकर परिजन घर लाए। अगले दिन सोमवार को दोपहर बाद पुलिस की मौजूदगी में घर से लगभग 800 मीटर दक्षिण-पूर्व स्थित कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया।
थानाध्यक्ष रामनेवास ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डंडे से गला दबाकर हत्या करने की बात सामने आई है। हत्यारों की गिरफ्तारी को कई टीमें लगी हुईं हैं। कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी है। जल्द ही अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
शोकसभा कर विद्यालय बंद,परिजनों को बंधाया ढांढस
बहरियाबाद: घटना के दूसरे दिन पीड़ित परिवार को सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा। मृतका बहरियाबाद सुभाष विद्या मंदिर इंटर कालेज की 12वीं की छात्रा थी। विद्यालय प्रबंधन ने रविवार को कालेज में शोकसभा आयोजित कर दो मिनट मौन रहकर मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। उसके बाद आक्रोशित छात्र-छात्राओं को समझाते हुए विद्यालय बंद कर समस्त शिक्षक पीड़ित परिवार से मिल सांत्वना दिए। शिक्षक शिवबचन पांडेय ने बताया कि माया प्रत्येक दिवस विद्यालय जाकर हर घंटी अटेंड करने वाली एक प्रतिभाशाली छात्रा थी।
अंतिम संस्कार में विलंब से परेशान रही पुलिस
बहरियाबाद : अंतिम संस्कार में विलंब होने से पुलिस काफी परेशान रही। पोस्टमार्टम के बाद मृतका की लाश घर आने के 18 घंटे बाद जब अंतिम संस्कार हो गया तो पुलिस ने राहत की सांस ली। उधर, पूरे दिन राजनीतिक दलों के भी नेताओं के आने का सिलसिला जारी रहा। बसपा के जिला अध्यक्ष सत्य प्रकाश गौतम, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुनील राम, मिशन कांशीराम के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र राजभर आदि ने अपनी टीम के साथ पीड़ित परिवार से मिलकर दु:ख बांटने का प्रयास किया। सभी ने जल्द से जल्द अपराधियों के गिरफ्तारी की मांग की। चौबीस घंटे के अंदर गिरफ्तारी न होने पर सड़क पर उतरने की चेतावनी भी दी। साथ ही सरकार से पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये, आवास व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की और कहा कि इसकी सूचना संगठन के सर्वोच्च नेतृत्व तक पहुंचाई जाएगी।
गांव में पसरा रहा मातमी सन्नाटा
घटना के दिन रविवार की सुबह से ही पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा रहा। रविवार की पूरी रात पुलिस मौजूद रही। परिजनों का रोकर बुरा हाल रहा। मां रीना देवी बार-बार गोल्डी-गोल्डी कहकर बिलखती रहीं। उनका रुदन देख सभी की आंखें भर आईं। गांव के कई घरों के चूल्हे नहीं जले। ग्रामीणों में आक्रोश स्पष्ट दिखाई दे रहा था।