Ghazipur: गाड़ी पलटने से चालक की मौत, चचेरा भाई घायल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जमानियां कोतवाली क्षेत्र के करमहरी गांव के पास गुरुवार की देर रात तेज रफ्तार टवेरा सड़क के किनारे गड्ढे में पलट गई। इस हादसे में गाड़ी चला रहे बिहार कैमूर जनपद के बड़ौरा गांव निवासी अनिल सिंह (32) की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल चचेरा भाई विकास सिंह उर्फ चुटुर (22) वाराणसी ट्रामा सेंटर में जीवन-मौत के बीच झूल रहा है।
अनिल गुरुवार को परिवार के किसी सदस्य को छोड़ने रामनगर अपने चचेरे भाई विकास के साथ टवेरा से गए थे। रामनगर से घर लौटते समय करमहरी गांव के पास उनकी तेज रफ्तार गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई। तेज आवाज सुन लोग दौड़ पड़े। वाहन में फंसे लोगों को शीशा तोड़कर बाहर निकाला गया। दोनों घायलों को गांव स्थित निजी अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने अनिल को मृत घोषित कर दिया। उनके सिर में गंभीर चोट लगी थी। पुलिस ने घायल विकास को परिजनों संग वाराणसी ट्रामा सेंटर भेजा। उसे सिर व सीने पर गंभीर चोटें लगी थीं। कोतवाल राजीव सिंह ने बताया कि अनिल के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेजा गया। उधर, सूचना पर परिजन भी पहुंच गए। उनके रुदन-क्रंदन से माहौल गमगीन बना रहा।
तीन पशु तस्कर चढ़े हत्थे, 11 बछड़े बरामद
दिलदारनगर (गाजीपुर) : सेंदुरा गांव स्थित आम के बगीचा के पास से शुक्रवार की सुबह वध के लिए बंगाल जा रहे 11 बछड़ों को पुलिस ने मुक्त कराया। इस दौरान तीन तस्करों को भी धर दबोचा। पूछताछ के बाद गोवध अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस टीम संदिग्ध व्यक्तियों एवं वाहनों की निगरानी कर रही थी। उसी समय मुखबिर से सूचना मिली कि सेंदुरा गांव आम के बगीचे के पास 11 बछड़ों को लेकर तीन पशु तस्कर पैदल कर्मनाशा नदी होकर बिहार वध के लिए लेकर जा रहे हैं। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर बछड़ों को बरामद कर लिया। तस्करों को पकड़कर थाना लाया गया। पूछताछ में तस्करों ने अपनी पहचान सेंदुरा गांव निवासी चंद्रदेव प्रसाद व रमाशंकर बिद व जमानियां कोतवाली क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी विद्याधर बिद के रूप में दी। बताया कि लंबे समय से पशु तस्करी का कार्य किया जा रहा है। टीम में वरिष्ठ उपनिरीक्षक पवन कुमार सहित अन्य साथी थे।