Ghazipur: जिलाधिकारी ने 50 लाख रुपये से अधिक लागत के निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक की
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जिलाधिकारी एमपी सिंह ने गुरुवार को राइफल क्लब सभागार में 50 लाख रुपये से अधिक लागत के निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने आवास विकास, राजकीय निर्माण निगम बलिया, वाराणसी, भदोही, सीएनडीएस जल निगम, लोक निर्माण विभाग, यूपी सिडको, प्रोजेक्ट कार्पोरेशन वाराणसी, आजमगढ़, आरईएस व लैकफेड कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कराये जा रहे कार्यो की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। यूपी सिडको के परियोजना प्रबंधक अनिरूद्ध मिश्रा के बैठक में उपस्थित न होने और जेई द्वारा संतोषजनक उत्तर न देने के कारण डीएम ने परियोजना प्रबंधक से फोन पर वार्ता की और नाराजगी जताते हुए स्पष्टीकरण मांगा।
जिलाधिकारी ने आवास विकास परिषद को अग्नि शमन सैदपुर व मुहम्मदाबाद में धनराशि उपलब्ध होने के बावजूद भी कार्य में कम प्रगति और पिछली बैठक में ही फोटो उपलब्ध कराने के निर्देश की अवहेलना करने पर चेतावनी पत्र जारी करने का निर्देश दिया। उधर राजकीय निर्माण निगम वाराणसी के प्रोजेक्ट मैनेजर के बैठक में अनुपस्थित होने व जिला चिकित्सालय में निर्माणाधीन ट्रामा सेंटर अभी तक पूर्ण न होने, तहसील सेवराई व कासिमाबाद में आवासीय भवन निर्माण में धनराशि उपलब्ध होने पर भी 50 प्रतिशत ही कार्य पूर्ण होने की स्थिति में नाराजगी व्यक्त की। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्यदायी संस्था के परियोजना प्रबंधक बैठक में स्वयं उपस्थित होंगे, अपने प्रतिनिधि को नहीं भेजेंगे। जिन-जिन निर्माण कार्यो की धनराशि उपलब्ध है और प्रगति कम है वहां मजदूरों की संख्या बढ़ाते हुए कार्य में तेजी लाई जाए।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देश दिया कि एक अप्रैल-2020 से जनपद में वे कार्य जो गतिमान हैं और वे कार्य जो पूर्ण होने के बावजूद अभी हैंडओवर नहीं हुए उसकी सूची और पेन ड्राइव में फोटोग्राफ्स उपलब्ध करा दें। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य मानक के अनुरूप एवं गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने को कहा। जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य में धन आवंटन के बाद भी कम प्रगति वाले कार्यों पर नाराजगी व्यक्त की और निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को मानक के अनुसार निर्धारित समय के अंदर काम पूरा करने का आदेश दिया। ऐसा न होने की स्थिति में कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि लापरवाही होने पर संबंधित विभाग के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रकाश गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जीसी मौर्या, संख्याधिकारी परशुराम, अधिशासी अभियंता जल निगम, लोक निर्माण विभाग, संबंधित कार्यदायी संस्था एवं अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।