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Ghazipur: स्वास्थ्य विभाग में नौकरी के नाम पर सिपाही ने वसूले 28 लाख, एफआईआर दर्ज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गोरखपुर पुलिस लाइन में तैनात सिपाही ने स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपने गांव के चार युवकों से 28 लाख रुपये ले लिए। नौकरी न मिलने पर युवकों ने रुपये वापस करने का दबाव बनाया तो उन्हें 10 लाख रुपये का चेक दिया, जो बाउंस हो गया। एसएसपी के आदेश पर कैंट पुलिस ने आरोपित सिपाही के खिलाफ जालसाजी कर रुपये हड़पने का मुकदमा दर्ज किया है। गुरुवार शाम एसएसपी ने सिपाही को निलंबित कर दिया।

गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद स्थित डोमनपुर गांव निवासी शाहिद अंसारी ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में लिखा है कि उनके गांव का मोहम्मद यासीन सिपाही है। पहले वह एसएसपी कार्यालय में था, वर्तमान में उसकी तैनाती पुलिस लाइन में है। स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर जून, 2019 में उसने 3.40 लाख रुपये लिए थे। एक साल गुजर जाने के बाद भी नौकरी न मिलने पर उसने पूछा तो वह आनाकानी करने लगा। रुपये मांगने पर तीन लाख रुपये का चेक दे दिया, जो बाउंस हो गया। इसके अलावा गांव के अनीस, पूर्णमासी और अलाउद्दीन से भी रुपये लिए हैं, लेकिन किसी को नौकरी नहीं मिली। यासीन रुपये वापस नहीं कर रहा है। छह माह पहले उन लोगों ने दबाव बनाया तो 28 लाख रुपये में से पांच लाख वापस किए और 10 लाख रुपये का चेक दिया जो बाउंस हो गया। एसएसपी ने आरोपों की जांच कराई तो मामला सही मिला। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कराकर आरोपित सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। सीओ कैंट मामले की जांच कर रहे हैं।


कितने लोगों से लिए रुपये, इसकी भी हो रही जांच

सीओ कैंट सुमित शुक्ला ने बताया कि सिपाही ने कितने लोगों से रुपये लिए हैं, इसकी भी जांच कराई जा रही है। मुकदमा दर्ज कराने वाले युवक और सिपाही एक ही गांव के रहने वाले हैं।

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