Ghazipur: किसानों को परेशान करने से बाज नहीं आ रहे सरकारी कर्मचारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गहमर, सरकार किसानों के हित में चाहे जितने फैसले ले ले, लेकिन सरकारी कार्मचारी उसमें पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। तहसील क्षेत्र के एशिया के सबसे बड़े गांव गहमर के धान क्रय केन्द्र पर धान की खरीद चल रही है, लेकिन क्रय केन्द्र पर तैनात कर्मचारी किसानों को परेशान करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
किसान को उनके धान में कभी नमी बताकर, तो कभी कचड़ा और कभी कागज के नाम पर, तो कभी खरीद तिथि देने के नाम पर इतनी बार उन्हें दौड़ा दिया जा रहा है कि परेशान हाल होकर किसान अपना धान आधे-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हो जा रहे हैं। किसानों का आरोप है कि क्रय केन्द्र पर जहां आम किसानों को तरह-तरह के नियमों से बांधा जा रहा है, वहीं दबंग किसानों व आढ़तिया धान बिना किसी भूमिका के तुरंत खरीद ले जा रहे हैं। किसानों का यह भी कहना है कि हम जब तय तिथि पर धान लेकर पहुंचते हैं, तो जांच पर जांच करते हुए उन्हें लौटा दिया जा रहा है। इससे उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
किसानों ने बताया कि विधायक का पैत्रिक गांव होने के बाद भी क्रय केंद्र पर मनमानी की जा रही है। केन्द्र कोरम पूरा करने के लिए बाहरी आढ़तियों से खरीद कर किसानों से महज 200-300 कुंतल धान ही खरीदा जा रहा है। धान क्रय के केन्द्र प्रभारी शिवप्रकाश भारती ने बताया कि 12774 कुन्तल धान खरीदा जा चुका है, जबकि औसत देखा जाय, तो प्रतिदिन 600-700 कुंतल धान खरीदा जा रहा है। यह खरीद अभी 11 जनवरी तक जारी रहेगी। लेकिन, किसानों ने इस आंकड़े को पूरी तरह गलत बताया है।