मुख्तार अंसारी के संबंधी का मऊ में ठेका निरस्त, FIR के बाद पड़ताल में जुटे अधिकारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, मऊ. रोडवेज के प्लेटफार्म निर्माण में अनियमितता मिलने पर सदर विधायक मुख्तार अंसारी के निकट संबंधी ठेकेदार महूमद का ठेका निरस्त कर दिया गया, वहीं दूसरे ठेकेदार को कार्य करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। महमूद के कार्य के भुगतान पर भी रोक लगा दी गई है। दूसरी तरफ एफआइआर दर्ज करने के बाद जेल गए ठेकेदार की विवेचना शुरू कर दी गई है। दक्षिणटोला के एसओ परमानंद मिश्र मंगलवार को दोपहर रोडवेज स्थित एआरएम कार्यालय पहुंचे और जांच पड़ताल की। इसके अलावा पूर्व में हुए कार्यों की ङ्क्षबदुवार जानकारी ली।
रोडवेज के प्लेटफार्म के निर्माण की जिम्मेदारी मेसर्स महमूद एंड कंपनी हकीकतपुरा के ठेकेदार महमूद अहमद को सौंपी गई थीं। पांच लाख रुपये में प्लेटफार्म का निर्माण किया जाना था। यही नहीं रोडवेज की पांच करोड़ की बिङ्क्षल्डग का ठेका भी महमूद अहमद को दिया गया था लेकिन यह बिल्डिंग बन चुकी है। इसको हैंडओवर भी कर दिया गया है। बिल्डिंग के बाद प्लेटफार्म निर्माण किया जाना था। इसके निर्माण में काफी अनियमितता बरती जा रही थी। बीते दिनों एमडी मुकेश मेश्राम ने रोडवेज का औचक निरीक्षण किया था। अनियमितता मिलने पर उन्होंने तत्काल काम रोकवा दिया था। जांच करने का निर्देश एडीएम को दिया था। दूसरी तरफ दक्षिणटोला थाने में ठेकेदार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई थी।
वर्ष 2002 में महमूद एंड कंपनी हकीकतपुरा तथ्यों को छिपाकर चरित्र प्रमाण पत्र बनवा लिया था। इसके बाद फर्जी रूप से ठेकेदारी का कार्य कर रहे थे। इसके अलावा उनके ऊपर कई अन्य मामले दर्ज थे। इस आधार पर उनके ऊपर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया। उसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। अब रोडवेज के प्लेटफार्म की जिम्मेदारी सीएंडडीएस वाराणसी के ठेकेदार धर्मेंद्र कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह कार्य भी शुरू करवा दिए हैं। प्लेटफार्म की गई अनियमितताओं व जेल गए ठेकेदार के कार्यों की जानकारी लेने के लिए विवेचना अधिकारी एआरएम विवेकानंद त्रिपाठी कार्यालय में जाकर पूछताछ की। इसके बाद जेई से बातचीत कर सारी बिंदुओं को अपनी डायरी पर नोट किया और उच्चाधिकारियों से बातचीत की। विवेचना अधिकारी ने बताया कि पूरे रिपोर्ट शासन को प्रेषित की जानी है।