पंचायत चुनाव : वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का डोर-टु-डोर सर्वे पूरा, दिल्ली से आएगा बैलेट पेपर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए बैलेट पेपर दिल्ली से मंगाया जाएगा। वहां इसकी छपाई लगभग हो चुकी है। राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन आयोग को कमेटी गठित करने का निर्देश दिया है। मतदाता सूची पुनरीक्षण के तहत डोर टु डोर सर्वे भी पूरा हो गया है। सोमवार से सर्वे की रिपोर्ट जमा होगी।
पंचायत चुनाव अगले साल होगा। मतदाता सूची पुनरीक्षण दिसम्बर के अंत तक हो जाने की उम्मीद है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी राजाराम वर्मा ने बताया कि आयोग ने बैलेट पेपर मंगाने के लिए टीम गठित करने का निर्देश दिया है। शीघ्र ही जिलाधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित कर ली जाएगी। तिथि तय होने के बाद टीम दिल्ली जाकर लाएगी। वहीं एक अक्तूबर से शुरू मतदाता सूची पुनरीक्षण के तहत घर घर जाकर सर्वे की रिपोर्ट सोमवार से चार नवम्बर तक जमा होगी। इसके बाद कम्प्यूटर में इसकी र्फींडग होगी। इसके साथ ही इसमें संशोधन के लिए आपत्तियां, निस्तारण और इसकी मतदाता सूची की डाटा र्फींडग आदि कार्य की प्रक्रिया शुरू होगी। 29 दिसंबर तक मतदाता सूची का प्रकाशन हो जाएगा।
चुनाव से पहले बदायूं में ब़ढाई जाएगी महापुरुषों की प्रतिमाओं की सुरक्षा :
बदायूं के देहात इलाकों में विभिन्न स्थानों पर लगी महापुरुषों की प्रतिमाओं की निगरानी पुलिस बढ़ाने की तैयारी में है। पंचायत चुनाव करीब आ रहे हैं और प्रत्याशी किसी भी फैक्टर को सामने लाकर वोट बटोरने की कोशिश में रहेंगे। ऐसे में पुलिस धार्मिक स्थलों के साथ महापुरुषों की प्रतिमाओं की चौकसी भी बढ़ाने की तैयारी में है। इसके लिए रात के वक्त होमगार्डों को ड्यूटी पर तैनात करने का खाका भी तैयार किया जा रहा है।
पंचायत चुनाव करीब आते ही जहां मौजूदा प्रधानों के खिलाफ मूलभूत सुविधाएं मुहैया न कराने के आरोप की शिकायतें अधिकारियों को मिलने लगी हैं। वहीं मैदान में दिखने वाले नए चेहरों पर भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। कुल मिलाकर जो भी इस रणक्षेत्र में मौजूद है या फिर उतरने की तैयारी कर रहा है, वह अपना वोट बैंक पहले से तैयार करने की जुगत में है। एक-दूसरे के समीकरण बिगाड़ने के प्रयास भी अंदरखाने चल रहे हैं। इस राजनीतिक हलचल के बीच आम मतदाता को भड़काने की कोशिश भी कई स्थानों पर हो सकती है। इसे रोकने के लिए पुलिस ने योजना तैयार कर ली है। दिन में जहां डिजिटल वालिंटियर और ग्राम सुरक्षा समितियों को धर्मस्थलों की निगरानी को कहा गया है। वहीं रात के वक्त होमगार्डों को सुरक्षा में लगाया जाएगा। ताकि कोई अराजकतत्व प्रतिमाओं से छेड़छाड़ करके चुनावी मुद्दा न खड़ा कर दे। इसके अलावा स्थानीय मुखबिरों को भी सक्रिय कर दिया गया है। ताकि हरकत करने वाले जल्द ही ट्रेस हो जायें।