Today Breaking News

Ghazipur: मुख्तार अंसारी के करीबी कुख्यात बदमाश दिलशाद ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुख्तार अंसारी के करीबी व 25 हजार के इनामिया बदमाश दिलशाद ने बुधवार को गैंगस्टर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके खिलाफ गैंगस्टर सहित विभिन्न संगीन मामलों में कुल आठ मुकदमें दर्ज हैं। काफी दिनों से यह बिहार में छिपा हुआ था। 

मुख्तार अंसारी के आपराधिक गैंग आइएस-191 के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई से सभी सहमे हुए हैं। बहुत से अभी भी छिपे हुए हैं तो कई आत्मसर्पण कर रहे हैं। बुधवार को करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के महेंद निवासी दिलशाद ने भी आत्मसमर्पण किया। 


दिलशाद काफी दिनों से बिहार अपने ससुराल के आस-पास रह रहा था। पुलिस महेंद गांव के अलावा इसके प्रत्येक संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। इसके बाद पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर जगह-जगह पोस्टर लगाना शुरू कर दिया। पुलिस का कहना है कि इससे वह डर गया बुधवार को गैंगस्टर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस इसके खिलाफ आगे की कार्रवाई में जुट गई है।


पुलिस के अनुसार महेंद निवासी दिलशाद खान कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी के खजांची रहे मेराज खां का शूटर है। मेराज भी असलहे के लाइसेंस के फर्जीवाड़े में वाराणसी जेल में बंद है। दिलशाद का सबसे पहले नाम वर्ष 2018 में महेंद गांव के ही रहने वाले संजय गोंड की हत्या में सामने आया था।


संजय का शव सोनवानी गांव के सिवान में मिला था। इस मामले में दिलशाद जेल भी गया था, बाद में जमानत पर बाहर आ गया। पुलिस के अनुसार दिलशाद पहले मुख्तार अंसारी के करीबी ठेकेदार के साथ था, लेकिन बाद में मुन्ना बजरंगी के खजांची रहे मेराज खां का शूटर हो गया था।


गिरोह के गुर्गे का शस्त्र लाइसेंस निरस्त

माफियाओं के विरुद्ध मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभियान छेड़ रखा है। पूरे प्रदेश में जहां बड़े-बड़े अपराधियों पर लगातार कार्रवाई हो रही है तो जनपद में सदर विधायक मुख्तार अंसारी का गिरोह आइएस-191 प्रशासन के निशाने पर है। विधायक के लेटर पैड पर जारी अवैध शस्त्र लाइसेंस के मामले में पंजाब के मोहाली रूपनगर जेल में बंद विधायक मुख्तार अंसारी को जहां प्रशासन लाने की तैयारी में है तो गिरोह के गुर्गे भी लगातार कार्रवाई की जद में हैं। बुधवार को विधायक के गिरोह से जुड़े नगर कोतवाली क्षेत्र के कासिमपुर निवासी जुल्फिकार के शस्त्र लाइसेंस को निरस्त करते हुए पिस्टल को प्रशासन ने जब्त कर लिया है। आरोप है कि वह लाइसेंसी असलहे से सार्वजनिक स्थानों पर भय फैलाने का काम करता है।


पुलिस प्रशासन द्वारा संगठित अपराध व अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक सुशील घुले की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने कासिमपुर निवासी जुल्फिकार का शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिया। जुल्फिकार विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह का नजदीकी है। पुलिस का मानना है कि वह शस्त्र को लेकर सार्वजनिक स्थान पर लहराता है तथा लोगों को भयक्रांत करता है। इसकी गतिविधियां थाना क्षेत्र व आसपास के क्षेत्रों में कानून व्यवस्था के लिए घातक हैं। ऐसे में उसके द्वारा किसी भी समय अपराध करने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। उसके विरुद्ध नगर कोतवाली में अभियोग भी पंजीकृत है। विधायक मुख्तार अंसारी के गिरोह आइएस-191 के सिंडिकेटों पर लगातार हो रही कार्रवाई से जनपद के समर्थकों में खलबली मची हुई है।

'