बेटे की मौत हुई तो मां ने दुनिया छोड़ा, ससुर के बाद बाद बहू ने तोड़ा दम
गाजीपुर न्यूज़ टीम,गोरखपुर. आपसी तनाव, विवाद में रिश्तों का खून होने की खबरें आए दिन सुर्खियों में रहती हैं लेकिन यूपी के बस्ती और महराजगंज इन दो घटनाएं अनमोल रिश्तों की कहानी कह रही हैं। बस्ती में बेटे की मौत के बाद मां ने दम तोड़ दिया तो महराजगं में ससुर की मौत का सदमा बहू बर्दाश्त नहीं कर पाई और बहू ने भी दम तोड़ दिया।
एक साथ जली मां-बेटे की चिता
पहली घटना बस्ती जिले की है। बस्ती जिले के कप्तानगंज थाने के दुबौला चौकी क्षेत्र के मस्जिदिया गांव के मां-बेटे की चिता एक साथ जली। मां-बेटे की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है। हर कोई अवाक है। गांव निवासी शीतला प्रसाद त्रिपाठी (60) पुत्र स्व. काशी प्रसाद त्रिपाठी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इस बीच घर पर ही उनकी मौत हो गई। अगले दिन सब लोग शीतला का शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए अयोध्या जा रहे थे। जैसे ही बस कप्तानगंज चौराहे पर पहुंची घर से फोन आया। बताया कि शीतला की मां ज्ञानमती (95) बेटे की मौत का सदमा बर्दाश्त नही कर पाई और हार्ड अटैक से उनकी भी मौत हो गई। इसके बाद दोनों के शव का अंतिम संस्कार किया गया। नियति की इस क्रूरता से लोग अवाक है। परिवार में दो मौतों से परिजन बदहवास है।
ससुर के साथ उठा बहू का जनाजा तो नम हो गई आंखें
दूसरी घटना महराजगंज की है। यहां नगर पंचायत सोनौली के (जुगौली) वार्ड नंबर 13 बिस्मिल नगर में ससुर के साथ बहू का जनाजा उठा तो लोगों की आंखें नम हो गईं। सोनौली कस्बे के जुगौली गांव में नजीबुल शेख (75) की मौत हो गई। वह बीते माह भर से बीमार चल रहे थे। ससुर की मौत से बहू रहीसुन निशा पत्नी अब्दुल शेख उम्र (30) सदमे में आ गई। लोग कुछ समझ पाते उसकी तबीयत काफी बिगड़ गई। आनन-फानन में इलाज के लिए उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई।
ग्रामीणों के मुताबिक नजीबुल शेख के छह पुत्र हैं। जिनमें अब्दुल और नसरुद्दीन दोनों सऊदी अरब रहते हैं। इनकी पत्नियां अपने ससुर की सेवा पिता की तरह करती थी। ससुर की मौत से दोनों बहुएं इस कदर सदमे में आईं की एक की मौत हो गई और दूसरी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है।