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उप्र में 4.5 लाख पॉलीटेक्निक छात्र प्रशिक्षण के साथ स्वरोजगार के लिए किए जाएंगे तैयार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश के पॉलीटेक्निक छात्रों को अब प्रशिक्षण पूरा करने के बाद नौकरी के लिए भटकना नहीं  पड़ेगा। वे नौकरी मांगने के बजाए दूसरों को रोजगार दे सकेंगे। इसके लिए प्राविधिक शिक्षा विभाग ने विशेष मुहिम शुरू की है।  राज्य मंत्री प्राविधिक शिक्षा संदीप सिंह से विशेष बातचीत में बताया कि छात्रों को विशेष अभियान के माध्यम से स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके अलावा स्टार्ट अप से लेकर केन्द्र सरकार की मुद्रा योजनाओं के बारे जागरूकता फैलाने के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं। 

राज्य मंत्री ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश भर में करीब 1372 पॉलीटेक्निक संस्थानों का संचालन किया जा रहा है । इनमें करीब तीन लाख छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग के लेकर अन्य क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। नए सत्र में करीब 1.5 लाख छात्रों के और जुड़ने की उम्मीद है। इन करीब 4.5 लाख छात्र-छात्राओं को तकनीकी प्रशिक्षण के साथ प्रदेश सरकार की स्वरोजगार योजनाओं से सीधे तौर पर जोड़ा जाएगा। ताकि पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद न केवल अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार का सृजन कर सकें। इसके लिए प्राविधिक शिक्षा विभाग से लेकर संस्थान तक विशेष कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।  


फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे छात्र 

प्राविधिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि प्रदेश के पॉलीटेक्निक संस्थानों से पढ़कर निकलने वाले छात्रों के लिए अंग्रेजी भाषा बेहद मुश्किल थी। प्रदेश सरकार ने इस मुश्किल को दूर करने के लिए 64 संस्थानों में लैंग्वेज लैब की स्थापना की है। अन्य में भी जा रही है। 


पहले चरण में 15 कॉलेज पीपीपी मॉडल पर होंगे शुरू 

प्रदेश सरकार ने प्रदेश भर में 51 राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों को पीपीपी मॉडल पर संचालित करने का फैसला लिया है। राज्यमंत्री ने बताया कि पहले चरण में 15 की शुरुआत की जानी है। इनमें, फतेहपुर बाराबांकी, बधुआ मिर्जापुर, सण्डीला हरदोई, कुलपहाड़ महौबा, अतरौलिया आजमगढ़, फतेहपुर कन्नौज, सलारपुर बहराइच, बांसडीह बलिया, सहजनवां गोरखपुर, जलालाबाद शाहजहांपुर, सैंथल बरेली, राहतपुर खुर्द बिजनौर, देवबन्द सहारनपुर , सरधना मेरठ के राजकीय पॉलीटेक्निक के साथ महर्षि पतंजलि ऑफ इन्फार्नेशन टेक्नोलॉजी कर्नैलगंज गोण्डा शामिल हैं।

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