Ghazipur: विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते सैकड़ों किसानों की राहें दुश्वार, पीपा पुल का इंतजार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते सैकड़ों किसान दुश्वारियों का दंश झेल रहे हैं। रेवतीपुर से सेमरा को जोड़ने वाले पीपा का निर्माण नहीं होने से आधा सैकड़ा गांव प्रभावित हैं। किसानों को अपने खेत पर जाने के लिए गंगा की लहरों को तैरकर पार करना पड़ रहा है। उस छोर तक पहुंचाने के लिए एक नाव है मगर संख्या इतनी अधिक कि चार बार में जा पाना मुश्किल है। तमाम गुहार लगाने के बावजूद प्रशासन और जिम्मेदार विभाग ने निगाहें फेर रखी हैं। इस छोर से हर साल पैंटूल का निर्माण किया जाता है जिससे गंगा में जलस्तर कम होने पर किसान उस पार जा पाते हैं।
क्षेत्र के रामपुर सेमरा गांव के बीच बने गंगा नदी पर पीपा पुल का निर्धारित समय 15 अक्तूबर के डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी आवागमन चालू ना होने पर शासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है। इसके चलते क्षेत्रीय जनता को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। 2003 में लोक निर्माण विभाग के मंत्री रही कुसुम राय ने गंगा पुल पर क्षेत्रीय जनता की मांग पर पीपा पुल देने का काम किया था, जिससे क्षेत्रीय जनता को व्यापार सहित खेती किसानी रिश्तेदारी मे जाना शिक्षा स्वास्थ्य के लिए कम दूरी हो जाने से आमजन को सहूलियत मिलेगी। लेकिन विभाग द्वारा निर्धारित समय बीत जाने के बाद भी पुल चालू नही होने से लोगों मे जिला प्रशासन सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के प्रति लापरवाही का आरोप लगाया है। रेवतीपुर गांव निवासी अनिल कुमार राय ने बताया कि पुल के चालू ना होने से जहां शादी विवाह का सीजन चल रहा है। वहीं रिश्तेदारों के यहां जाने में जहां अधिक खर्च पड़ रहा है, समय भी ज्यादा लग रहे हैं।
गंगा घाट पर मौजूद मनोज सिंह निवासी कासिमाबाद ने बताया रामपुर घाट पर एक घंटे से नाव का इंतजार कर रहे हैं। कासिमाबाद जाने के लिए पुल का डेढ माह का समय बीतने के बाद भी चालू न होना लापरवाही है। गंगा घाट पर मौजूद बबलू श्रीवास्तव निवासी शकरपुर कला गंगोली ने बताया कि लड़की को परीक्षा दिलाने के लिए रेवतीपुर लेकर आए थे, जो घाट पर बैठ के नाव का इंतजार कर रहे हैं। नाव पर आवश्यकता से अधिक भरे जा रहे है। धर्मेंद्र सिंह निवासी गहमर ने बताया कि डेढ़ महीने का समय बीत जाने के बाद भी पीपा पुल चालू न होना जिसमें जिला प्रशासन जहां लापरवाही बरत रहा है। इसके चलते क्षेत्रीय लोगों को अपने रिश्तेदारी अन्य कामों के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के लिए जिलाधिकारी सहित जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराया है।