Ghazipur: हमीद सेतु बंद होने से लगा लंबा जाम, कई किमी तक पैदल चलने को मजबूर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाला अति महत्वपूर्ण वीर अब्दुल हमीद सेतु एक बार फिर क्षतिग्रस्त हो गया है। पुल के दोनों तरफ भारी एवं छोटे वाहनों 24 घंटे से खड़े हैं। लोग कल से पैदल पुल पार कर रहे हैं। इसकी लंबाई कहने के लिए लगभग एक किमी है, लेकिन जाम के कारण सोमवार को लोग तीन किमी तक पैदल ही चलने को मजबूर हुए। जिनके पास बच्चों के साथ सामान था उन्हें और भी दुश्वारियां झेलनी पड़ रही थी। भोर से लेकर देर रात तक यह सिलसिला जारी रहा।
उधर पुल पर आवागमन बंद होने के बाद अब 40 किमी की अधिक दूरी तय कर चार पहिया वाहन जमानिया व करंडा के रास्ते जिला मुख्यालय आएंगे। जबकि भारी वाहन वाराणसी के रास्ते ही जिला मुख्यालय आ पाएंगे। यह दूरी 100 किमी से भी अधिक पड़ेगी।
हमीद सेतु के ज्वाइंटरों में आई खराबी के बाद दो पहिया वाहनों को छोड़ अन्य वाहनों को पुल से होकर आने-जाने पर रविवार से ही रोक लगा दिया गया है। इसके बाद पुल से आवागमन करने वाले आम राहगीर, छात्र, मरीज, कारोबारी आदि सभी परेशान हैं। लोग पैदल पुल पार करने को मजबूर हैं।
पुल की मरम्मत के लिए गुजरात की एक कंपनी के दर्जनों कर्मी मौके पर पहुंचकर मरम्मत में जुट गए है। यह कार्य एनएचएआई वाराणसी के इंजीनियर सुरेश पाल की देखरेख में दोपहर करीब 11 बजे शुरू हुआ। पुल पर ड्रील मशीन से स्पैन में होल करने का काम शुरू कर दिया गया, जो करीब दो घंटों तक चलता रहा। मरम्मत में जुटे कर्मियों की मानें तो यह काम तीन से चार दिन के अंदर हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। एनएचएआई के अधिकारियों की मानें तो पुल मरम्मत के बाद पहले भारी वाहन को छोड़कर अन्य के लिए खोला जाएगा। सेतु पर दोनों ज्वाइंटरों के पूर्ण मरम्मत का काम चल रहा है। 20 नवंबर तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।