पूर्वांचल में सबसे कम बिजली चोरी गोरखपुर और सबसे ज्यादा वाराणसी में
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. पूर्वांचल में बिजली चोरी को लेकर पीएम मोदी और सीएम योगी के शहर एक दूसरे से बिल्कुल विपरीत हैं। बिजली चोरी को तकनीकी भाषा में लाइन लास भी कहा जाता है। मुख्यमंत्री के शहर वालों ने तीन महीने में लाइन लास कम कर नजीर पेश की है। अगस्त में गोरखपुर में 40 फीसदी लाइन लॉस था, जो अब करीब 17 फीसदी पर आ गया है। वहीं, पूर्वांचल में सर्वाधिक लाइन लास वाला शहर वाराणसी है। वाराणसी में अभी लाइनलॉस 26 प्रतिशत से ज्यादा है, जबकि प्रयागराज में यह करीब 20 फीसदी है।
दरअसल पॉवर कॉरपोरेशन ने अगस्त में शहरी उपकेन्द्रों के 20 फीडरों पर 50 फीसदी से अधिक लाइनलॉस पर नाराजगी जताई थी। ऊर्जा मंत्री ने मुख्य अभियंता को अभियान चलाकर बिजली की बर्बादी को 15 फीसदी के मानक तक लाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद विजिलेंस टीम के साथ अभियंताओं ने काम्बिंग अभियान चलाया। इस दौरान हाईलास फीडरों पर बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकड़ी गई। इतना ही नहीं बकाएदारों ने भी परेशानी से बचने के लिए अपने लाखों के बकाये का भुगतान भी किया। इसका असर रहा कि अक्तूबर में बिजली की बर्बादी पर रोक लगी।
शाबाशी के साथ इसे मेंटेन रखने की नसीहत
नगरीय वितरण मण्डल के प्रथम व तृतीय खंड में मानक से भी कम बिजली बिजली बर्बादी का आकड़ा सामने आया है। प्रथम खंड में 10.5 और तृतीय खंड में 14.7 प्रतिशत लाइनलॉस रह गया है जबकि अगस्त में यहां करीब 42 फीसदी बिजली बर्बाद हो रही थी। इस कामयाबी पर पावर कारपोरेशन ने अफसरों को शाबाशी देने के साथ ही मानक तक लाने व उसे मेंटेन रखने को कहा है।
निजीकरण के खतरे का असर
सितम्बर में कार्य बहिष्कार कर किसी तरह पूर्वांचल वितरण निगम का निजीकरण टलवाने में कामयाबी के बाद अभियंताओं का काम दिखने लगा है। बेहतर नतीजे देने में जुटे जूनियर इंजीनियर संगठन व अभियंता संगठन के सदस्यों ने काम्बिंग अभियान को रफ्तार दी। उपकेन्द्रों पर शिविर लगाकर उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान भी किया। इसका परिणाम भी सकारात्मक आया।
शहरवार लाइन लॉस
शहर लाइन लॉस (एटीसी) अगस्त-20 में लॉस
गोरखपुर 17.49 फीसदी 40.05 फीसदी
वाराणसी 26.19 फीसदी 65.40 फीसदी
प्रयागराज 20.27 फीसदी 45.20 फीसदी
गोरखपुर के नगरीय खंडों में लाइन लॉस
वितरण खण्ड लाइन लास (एटीसी) अगस्त-20 में लॉस
प्रथम खण्ड 10.54 फीसदी 41.90 फीसदी
द्वितीय खण्ड 25.18 फीसदी 41.79 फीसदी
तृतीय खण्ड 14.70 फीसदी 42.02 फीसदी
चतुर्थ खण्ड 23.09 फीसदी 31.57 फीसदी
उपभोक्ताओं की राजस्व अदायगी व अभियंताओं के प्रयास से अक्तूबर में लाइन लॉस 17 फीसदी पर आ गया है। इसमें इस माह और कमी आएगी। हमारे दो वितरण खण्डों ने बेहतर काम करके लाइनलास को 15 फीसदी से कम कर ऊर्जामंत्री द्वारा तय मानक पर खरा उतरे है। अन्य खण्डों में भी तेजी से सुधार हो रहा है। -ई. यूसी वर्मा, अधीक्षण अभियंता, नगरीय वितरण मण्डल