मुख्यमंत्री योगी पर ओवैसी का पलटवार, तुम्हारा नाम बदल जाएगा लेकिन हैदराबाद का नहीं
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में जुबानी जंग तेज हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को असदुद्दीन ओवैसी के गढ़ में कहा कि लोग मुझसे पूछ रहे थे क्या हैदराबाद भाग्य नगर हो सकता है। मैंने कहा- क्यों नहीं, हमने फैजाबाद को अयोध्या कर दिया। इलाहाबाद को प्रयागराज कर दिया। तो फिर यहां का वास्तविक नाम भाग्य नगर क्यों नहीं हो सकता। भाग्य नगर का मतलब विकास का प्रतीक। इस पर ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा है कि तुम्हारा नाम बदल जाएगा लेकिन हैदराबाद का नाम नहीं बदलेगा।
हैदराबाद निगम चुनावों के प्रचार के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने एक सभा में कहा कि हैदराबाद का नाम बदल देंगे। हर जगह नाम बदल देंगे। तुम्हारा नाम बदल जाएगा लेकिन हैदराबाद का नाम नहीं बदलेगा। ये इनकी सोच है। उन्होंने कहा कि उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री आए और बोले मैं नाम बदल देता हूं। अरे भाईसाहब आप क्या ठेका लेकर बैठे हैं। अच्छा इनसे पूछ लो कि ताजमहल कौन बनाया, वो बोलेंगे मुगल बादशाह ने नहीं बनाया वो किसी और ने बनाया था हमारे अपने ने बनाया था। अब कुतुब मीनर और चार मीनार को बोलेंगे कोई और बनाया था।
ओवैसी ने कहा कि कोई बोलता है किले पर अपना झंडा लगाउंगा मैं कहना चाहूंगा किला हमारा है, सियासी किला हमारा है हमें वहां तिरंगा लगाना है और इससे बड़ा कौन सा झंडा है। उन्होंने कहा कि न तुम्हारा झंडा लगेगा और न तुम्हारा डंडा चलेगा। यहां पर मस्जिद थी और रहेगी।
हैदराबाद में योगी ने किया था रोड शो
भाजपा के स्टार प्रचारक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को हैदराबाद के मलकजगिरि में और शालीबंदा लाल दरवाजा के अलका थिएटर ग्राउंड में जनसभा की थी। इससे पहले उन्होंने रोड शो किया। योगी आदित्यनाथ को सुनने-देखने हैदराबाद के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग उनके स्वागत के लिए घरों से निकल आए। रैली में मुख्यमंत्री ने टीआरएस और एआईएमआईएम पर भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि एआईएमआईएम के एक विधायक ने संविधान की शपथ लेते वक्त हिन्दुस्तान बोलने से इनकार कर दिया। हिन्दुस्तान के नाम पर शपथ नहीं ली। योगी बोले, हिन्दुस्तान में रहेंगे, हिन्दुस्तान का खाएंगे, लेकिन जब संविधान की शपथ हिन्दुस्तान के नाम पर लेने की बात आएगी, तो हिन्दुस्तान नाम बोलने में संकोच करेंगे, यह एआईएमआईएम की असलियत को बताने का कार्य करता है।
टीआरएस ने जनता की भावनाओं से खिलवाड़ किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि टीआरएस सरकार ने एआईएमआईएम के साथ एक गठबंधन कर जनता की भावना के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री देश के अंदर 12 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का छह हजार रुपए सालाना डीबीटी के माध्यम से आनलाइन उनके अकाउंट में डाल सकते हैं, तो फिर हैदराबाद में बाढ़ पीड़ितों की दी जाने वाली धनराशि गरीबों के खाते में क्यों नहीं पहुंच पाई है? ये भ्रष्टाचार फैलाने की
चोट और लूट खसोट की छूट यहां पर आखिर क्यों दी गई?
उन्होंने कहा कि एक तरफ आपके पूर्वजों ने निजामशाही के खिलाफ एक लड़ाई लड़ी थी और निजाम के रूप में एक परिवार फिर से आकर इस पूरे तेलंगाना और हैदराबाद में लूट खसोट का एक नया जरिया बनाने का दुस्साहस करे, यह स्वीकार नहीं होना चाहिए। टीआरएस और एआईएमआईएम का नापाक गठबंधन विकास को अवरूद्ध कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब देश के सारे नेता सो रहे थे तो प्रधानमंत्री कोविड वैक्सिन के लिए अहमदाबाद हैदराबाद और पुणे की लैब का दौरा कर रहे थे। आपके बीच भी आए थे। टीआरएस के मुख्यमंत्री तो आज तक हैदराबाद की लैब में गए भी नहीं होंगे।