Ghazipur: शादी में नहीं शामिल हो सकेंगे 100 से अधिक लोग - जिलाधिकारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अब किसी भी शादी या अन्य समारोह में अधिकतम 100 व्यक्ति ही भाग ले सकेंगे। शासन के इस निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है। आगाह किया है कि इसका अनुपालन न करने वालों पर सख्ती से अभियान चलाकर कार्रवाई हो।
जिलाधिकारी ने जानकारी दी है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से शासन ने यह दिशा-निर्देश जारी किया है। आह्वान किया कि जनपद में आयोजित होने वाले सभी प्रकार के समारोह, शादी-विवाह तथा अन्य कार्यक्रम आउटडोर एवं इंडोर सभी कार्यक्रमों में भीड़ कदापि न जुटाएं। चेताया कि इसका उल्लंघन करने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में सभी संबंधित अधिकारियों को भी निर्देश देते हुए कहा है कि वे अपने क्षेत्र में आयोजित होने वाले सभी प्रकार के समारोह शादी-विवाह एवं अन्य कार्यक्रम में यह सुनिश्चित करेंगे कि इस दिशा-निर्देश का अनुपालन हो रहा है या नहीं। अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाए। इसके संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार भी सुनिश्चित किया जाएगा।
फिनिशिंग सही नहीं होने पर नाराज हुए जिलाधिकारी
जिलाधिकारी एमपी सिंह ने सोमवार को क्षेत्रीय ग्राम्य विकास सभाकक्ष विकास भवन, निर्माणाधीन महिला छात्रावास, निर्माणाधीन सदर तहसील तथा निर्माणाधीन स्टेडियम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय ग्राम्य विकास सभाकक्ष में प्लास्टर का कार्य तथा सीढि़यों पर लगाई गई टाइल्स की फिनिशिंग सही नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की और दूसरी टाइल्स लगाने का निर्देश दिया। गोष्ठी कक्ष में कार्य शुरू नहीं होने कारण पूछते हुए अविलंब कार्य शुरू कराने का निर्देश दिया।
निर्माणाधीन महिला छात्रावास के निरीक्षण के दौरान भौतिक सत्यापन करते हुए कार्यदायी संस्था को मानक के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण मैटेरियल प्रयोग करने का निर्देश दिया। निर्माणाधीन सदर तहसील एवं स्टेडियम के निरीक्षण में उन्होंने 15 दिसंबर तक मजदूरों की संख्या बढ़ाकर कार्य करते हुए ग्राउंड स्तर तक निर्माण कार्य पूर्ण कराने तथा निर्माणाधीन स्टेडियम में बनाए गए भवनों को प्लास्टर कराने का निर्देश दिया। मौके संख्याधिकारी नीरज श्रीवास्तव, तहसीलदार मुकेश सिंह, एडीएसटीओ परशुराम, राकेश कुमार एवं कार्यदायी संस्था के अधिकारी थे।