Ghazipur: अगलगी से आधा दर्जन झोपड़ियां खाक
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सुहवल थाना क्षेत्र के कालूपुर गांव में गुरुवार की देर शाम अज्ञात कारणों से आग लग गई, जिससे तीन लोगों की छह रिहायशी झोपड़ियां खाक हो गईं। उसमें रखा घर गृहस्थी का पूरा समान, जानवरों का चारा, महत्वपूर्ण कागजात, कपड़ा, खाद्यान्न आदि सब स्वाहा हो गया। काफी मशक्कत के बाद अपने निजी संसाधनों के सहारे आग पर काबू पाया जा सका। अगलगी की सूचना मिलते ही हलका लेखपाल विनीत सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रकाश यादव, साधु यादव व सुख्खू यादव तीनों अपने परिजनों के साथ धान काटने चले गए थे, करीब नौ बजे झोपड़ियों से धुआं उठता देख लोग शोर मचाने लगे। सूचना मिलने पर पीड़ित भी दौड़ते हुए आए। ग्रामीणों की मदद से उन्होंने किसी तरह आग पर काबू पाया, लेकिन सब कुछ जल चुका था। प्रधान संघ के ब्लाक अध्यक्ष व मेदनीपुर ग्राम प्रधान दीपक सिंह मौके पर पहुंचे और सभी पीड़ितों को तत्काल आर्थिक सहायता अपनी तरफ से उपलब्ध कराई। साथ ही विभागीय लोगों से वार्ता कर पीड़ितों को अविलंब सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
आग लगने से धान का बोझ जला
दिलदारनगर थाना क्षेत्र के कर्मा गांव के सिवान में रखा धान का 120 बोझ रविवार की दोपहर एक बजे हाईटेंशन तार के शार्ट-सर्किट से निकली चिगारी के कारण जल गया। पीड़ित किसान भीम राजभर ने बताया कि खेत से धान का बोझ काटकर सिवान में रखा गया था। ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तार से निकली चिगारी से बोझ जल गया। आग लगने के बाद बिजली विभाग को सूचित कर आपूर्ति बंद करवाई गई, लेकिन लगी आग को काबू पाने में गांव के लोगों का प्रयास करते रहे। तब तक धान जलकर राख हो गया। इसकी जानकारी बिजली विभाग और राजस्व के अधिकारियों को दे दी गई है।
आग से खाक हुई दुकान
जखनियां : स्थानीय कस्बा के चौजा तिराहा पर भी बीते शनिवार की रात को कुदनीपुर गांव निवासी मनोज कुमार की गुमटी में अचानक आग लगने करीब 50 हजार रुपये का सामान जलकर बेकार हो गया था। मनोज ने बताया कि 15 दिन पूर्व गुमटी में पत्नी रेखा को दुकान करवाए थे। रात में गुमटी से धुआं निकलता देख पड़ोसियों ने उन्हें आग लगने की जानकारी दी। जब तक वह घर से आते तब तक सबकुछ जलकर राख हो गया। पड़ोसियों ने हैंडपंप से पानी लेकर किसी तरह आग बुझाई। कहा कि छठ त्योहार में बेचने के लिए फल भी लाया था जो काफी बच गया था, वह भी जलकर बेकार हो गया।