Ghazipur: उपजिलाधिकारी ने केंद्र प्रभारी के अनुपस्थित होने पर मांगा स्पष्टीकरण
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कासिमाबाद. उपजिलाधिकारी कासिमाबाद भारत भार्गव ने शुक्रवार को तहसील क्षेत्र के विभिन्न ब्लाकों में धान क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। कई केंद्रों पर मानक के अनुरूप व्यवस्था नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी जताई। मरदह ब्लाक के इंदौर क्रय केंद्र पर बैनर नहीं लगा था। निरीक्षण के दौरान केंद्र प्रभारी के गायब मिले। इस पर उन्होंने केंद्र प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा। कहा कि रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। एसडीएम ने कहा कि केंद्र पर आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। ऐसा होने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले उपजिलाधिकारी कासिमाबाद ब्लाक के विपणन विभाग के क्रय केंद्र पहुंचे। वहां एक किसान के धान की नमी की जांच कराई। जांच में नमी ज्यादा मिलने पर उन्होंने किसान से धान सुखाकर लाने को कहा। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी ने आवश्यक सामग्री व किसानों के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए। धान काटने के बाद न जलाएं पराली
धान फसल कटाई के बाद फसल अवशेष न जलाएं, बल्कि उसे विभिन्न कृषि यंत्रों के माध्यम से मृदा में मिलाएं- जिला कृषि अधिकारी
कृषि अधिकारी ने बताया कि कृषिगत भूमि में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा निरंतर घट रही है। अवशेष मात्रा मिलाने से मृदा में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा बढ़ेगी, लेकिन जलाने पर पर्यावरण प्रदूषण होगा। साथ ही मृदा के मित्र जीव भी नष्ट हो जाते है। चारे की समस्या के साथ मृदा तापमान में भी वृद्धि होती है। कृषक धान पराली को मृदा में मिलाकर कार्बनिक खाद बनाए और पर्यावरण को प्रदूषित करने से बचें। पराली जलाने पर दो एकड़ तक 2500, पांच 5 एकड़ 5000 तथा पांच एकड़ से अधिक पर 15 हजार जुर्माना पराली जलाने पर देना होगा। पराली व कृषि अपशिष्ट जलाए जाने की घटना की सूचना देने के लिए जनपद स्तर पर एक कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है।