कानपुर में फर्जी तरीके से जमानत लेने वाले 60 गैंगस्टर समेत 73 पर एफआईआर दर्ज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. फर्जी जमानतदारों की मदद से जेल से बाहर आए 60 गैंगस्टर और 13 लोगों के खिलाफ फर्जी तरीके से जमानत लेने के मामले में कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। विशेष न्यायालय गैंगस्टर के आदेश पर कोर्ट के बाबू ने तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई है। इस एफआईआर से फर्जी जमानतदारों के एक बहुत बड़े नेटवर्क का खुलासा जल्द होगा। कचहरी के कई कर्मचारी भी पुलिस रडार पर होंगे।
विशेष न्यायालय गैंगस्टर में कार्यरत लिपिक किरन शंकर घोष ने बुधवार को कोतवाली थाने में तहरीर दी। जिसपर पुलिस ने धोखाधड़ी, फर्जी सरकारी दस्तावेज बनाना, उन दस्तावेजों का प्रयोग करना और षड्यंत्र रचने की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है। एफआईआर दर्ज होने के साथ ही इस मामले की विवेचना के लिए एसआईटी के गठन की तैयारी शुरू हो गई है।
अपने आप में पहली तरह का मामला
इस मामले में विशेष न्यायालय गैंगस्टर ने खुद संज्ञान लिया। रिपोर्ट दर्ज कराने वाले लिपिक ने रिपोर्ट में कहा है कि कोर्ट को इस बारे में जानकारी होने के साथ ही कोर्ट ने 10 नवम्बर 2020 को फाइलों की जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद लिपिक ने जांच शुरू की और यह तथ्य प्रकाश में आया कि एक ही जमानतगीर ने कई-कई मामलों में जमानत ली है। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
एसपी पश्चिमी के नेतृत्व में जांच करेगी टीम
आरोपितों के खिलाफ दर्ज एफआईआर की जांच के लिए पांच विवेचकों की टीम बनाई जाएगी। इस टीम का नेतृत्व एसपी पश्चिमी डा. अनिल कुमार करेंगे। अन्य इलाकों के एसपी की मदद वह ले सकेंगे। मगर विवेचना उन्हीं के नेतृत्व में की जाएगी।
यह मामला बड़ा है। इसकी जांच के लिए पूर्वी, पश्चिमी, साउथ और ग्रामीण से विवेचक को लेकर एक टीम गठित की जाएगी। जो इसे संयुक्त तौर पर टीम की तरह करेगी। मामले में कुछ तथ्य प्रकाश में आए हैं। उनका सत्यापन भी कराया जा रहा है।- डॉ प्रीतिन्दर सिंह, डीआईजी कानपुर