गायों को सड़कों पर लावारिस छोड़ना शर्म की बात - CM योगी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोपाष्टमी से एक दिन पहले उत्तर प्रदेश में गायों और गोवंश के संरक्षण, संवर्धन के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि एक तरफ गायों की पूजा और दूसरी तरफ उनका दूध निकालकर उन्हें सड़कों पर लावारिस छोड़ देने की प्रवृति लोगों की कथनी और करनी में अंतर को दिखाता है। उन्होंने कहा कि भारत में सनातन काल से ही गौ और गो-वंश की महत्ता को समझा गया है। सभी देवी-देवताओं का निवास हमने गौ में माना है। यह विश्वास जहां पर रहा हो, वहां पर हम गो-वंश की उपेक्षा करें, यह वास्तव में हमारी कथनी और करनी पर बहुत बड़ा प्रश्न खड़ा करता है।
सीएम योगी ने बताया कि कल गोपाष्टमी के मौके पर प्रदेश के सभी गो-आश्रय स्थलों में विशेष पूजा की जाएगी। सौरभ मिश्र द्वारा संकलित पुस्तक 'गोलोक की ओर' के विमोचन के मौके पर उन्होंने ये बातें कहीं। उन्होंने बताया कि वह खुद कल मिर्जापुर की एक गोशाला में विशेष पूजा में शामिल होंगे। सीएम ने कहा कि हम हजारों वर्षों से इस परंपरा को मनाते हैं। इसके बावजूद कोई बात जरूर है कि एक ओर हम गाय की पूजा करते हैं, वहीं दूसरी ओर गाय का दूध निकालकर सड़कों पर लावारिस छोड़ देते हैं। कथनी-करनी का भेद हमारे विचार व आचार में स्पष्ट देखने को मिलता है। अपनी सरकार द्वारा गायों और गोवंश के संरक्षण, संवर्धन के लिए किए गए प्रयासों का विस्तार से उल्लेख करते हुए सीएम ने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों में 5.24 लाख गोवंश आश्रय स्थलों में सुरक्षित निवास कर रहे हैं।
उनकी जियो टैगिंग की गई है। यदि कोई किसान गोवंश को पालना चाहता है तो प्रति किसान चार गोवंश देने के साथ ही प्रति गोवंश भरण-पोषण के लिए उसे 900 रुपए भी दिए जा रहे हैं। इसके अलावा कुपोषित बच्चों वाले परिवार को एक ब्याई गाय देने की व्यवस्था भी गई है। उस गाय के भरण पोषण के भी 900 रुपए दिए जा रहे हैं। सीएम ने गाय आधारित कृषि को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे कार्यों का भी ब्यौरा दिया। उन्होंने कहा कि देश में खुरपका-मुंहपका रोग से पशुओं को मुक्ति दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 14 हजार करोड़ रुपए के बजट वाली योजना चलाई है। इसके तहत यूपी में रोज पांच लाख पशुओं को टीका लगाया जा रहा है।