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कंबल में मुंह छिपाकर जेल से निकला बच्चों का गुनहगार, पीपीई किट पहना कर ले गई सीबीआई

गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. चित्रकूट में पचास से ज्यादा बच्चों के यौन उत्पीड़न व विदेशों तक अश्लील सामग्री की खरीद-फरोख्त के आरोपित सिंचाई विभाग के निलंबित जेई रामभवन सीबीआइ के हवाले कर दिया गया। सीबीआइ के डिप्टी एसपी अमित कुमार की अगुवाई में करीब पौने एक बजे पहुंची टीम उसे सवा एक बजे मंडल कारागार से लेकर बाहर निकली। सिर पर रखे कंबल से मुंह छिपाए आरोपित बाहर निकला और एंबुलेंस से उसे ले जाया गया। आरोपित की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से एंबुलेंस कर्मी पीपीई किट पहने रहे, जबकि आरोपित के साथ सीबीआइ के एक अधिकारी भी किट पहनकर बैठे। बता दें कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान किसी ने भी मीडिया से कोई बात नहीं की। 

10 दिन पहले भेजा गया था कारागार 

कर्वी में सिंचाई विभाग में तैनात निलंबित अवर अभियंता रामभवन को सीबीआइ ने गिरफ्तार कर 16 नवंबर को अदालत में पेश किया था। जहां से उसे मंडल कारागार भेज दिया गया था। सीबीआइ ने पांच दिन की रिमांड मांगी, जिसके बाद पांचवीं पेशी पर बुधवार को अपर सत्र न्यायाधीश पंचम मो. रिजवान अहमद ने गुरुवार सुबह नौ बजे से 30 नवंबर की शाम चार बजे तक रिमांड दिया था।


पहले सीएमओ से मिली सीबीआइ टीम, फिर पहुंची जेल

आरोपित को ले जाने के लिए चित्रकूट से सीबीआइ टीम सबसे पहले सीएमओ कार्यालय पहुंची। इसके बाद सुबह करीब साढ़े 11 बजे स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस कारागार आई। करीब पौने एक बजे सीबीआइ टीम मंडल कारागार पहुंची। डिप्टी एसपी अमित कुमार के नेतृत्व में टीम सीधे जेल के अंदर चली गई। कागजी लिखापढ़ी के बाद करीब सवा एक बजे आरोपित को लेकर बाहर निकली और एंबुलेंस में बैठाकर चली गई।


दोपहर 03:20 पर चित्रकूट पहुंची टीम

यौन शोषण के आरोपी सिंचाई विभाग के जेई रामभवन को सीबीआई की टीम लेकर 3.20 बजे पहुंची चित्रकूट के सिंचाई विभाग के डाकबंगला । सिंचाई विभाग के कर्मचारियों में राम भवन को देखने की दिखी ललक। जेई रामभवन से सीबीआई की टीम रात पूछताछ कर और भी साक्ष्य करेगी इकट्ठा।

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