Ghazipur: जिला अस्पताल में बर्न वार्ड तैयार, पुख्ता इंतजाम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. दीपावली में किसी भी अनहोनी से निपटने को लेकर गाजीपुर जिला का स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से तैयार और सतर्क है। जिला अस्पताल में डाक्टरों की टीम के साथ सभी वार्ड और इमरजेंसी सेवाएं अलर्ट मोड पर हैं। बर्न वार्ड को बनाकर दोपहर से ही फुल अलर्ट कर दिया गया है। शिफ्ट वार डाक्टरों को इसके लिए विशेष दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं ताकि दिवाली के दौरान कोई भी घटना घटती है तो तत्काल उपचार किया जा सके। मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने एंबुलेंस के प्रभारी चालक को भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी एमपी सिंह ने सीएमओ हर तरह से सतर्क ओर तैयार रहने के लिएकहा है। निर्देशित किया कि बर्न वार्ड और इमरजेंसी स्टाफ को तैनात रहने के साथ एक्टिव रखा जाए। आग से झुलसने और एक्सीडेंट की घटनाएं ज्यादा होती हैं।
जिला अस्पताल में दीपावली के पर्व के मद्देनजर जिला अस्पताल में 8 बेड का वर्न वार्ड बनाया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जीसी मौर्य ने सीएमएस डॉ निसार अहमद, तनवीर के साथ निरीक्षण कर तैयारियों पर मंथन किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस दौरान सभी लोगों को दीपावली के दिन वर्न वाले मरीजों को आने पर उनकी उचित इलाज और देखभाल करने के निर्देश दिए। इनकी देखभाल करने के लिए तीन शिफ्ट में 4 कर्मचारियों के नियुक्ति भी की गई है। दिवाली को लेकर बर्न वार्ड के अलावा स्किन के डाक्टर भी तैनात रहेंगे। कई बार दीवाली मानते हुए फटाखे फोड़ते हुए लोग खुद को हानि पहुंचा लेते हैं। लोगों का हाथ-पैर के साथ स्किन भी झुलस जाता है। ऐसे में सभी एहतियात को देखते हुए ही दीवाली सेलिब्रेट करें। उन्होंने कहा है कि पटाखों से जलने की स्थिति में तुरंत शरीर के उस हिस्से को ठंडक पहुंचाएं। खुले नल के नीचे रखें, जब तक जलन कम न हो। फिर बर्फ या ठंडे पानी में भिगोए कपड़े से भी थोड़ी देर ढक सकते हैं। कुछ मिनट बाद आइन्टमेंट लगाएं और जले हुए हिस्से को साफ व सूखे कपड़े या बैंडेज से कवर करें।
उधर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला अस्पताल स्थित कोरोना वार्ड गए जहां पर करीब 12 बजे तक कुल 28 लोगों की जांच की गई थी जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। जिला अस्पताल में ही एनआरसी के सामने प्रथम तल पर जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों के परिजनों के लिए 10 बेड का रैन बसेरा भी बनाया गया है । जो ठंड के मौसम में इस रैन बसेरे का लाभ उठा सकते हैं । मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मरीजों के साथ आए हुए परिजन को रैन बसेरे में रहने के साथ ही भोजन और पानी भी निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। अन्य के लिए यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। साथ ही इस रैन बसेरे में परिजनों के लिए लैट्रिन,बाथरूम की भी व्यवस्था किया गया है। रैन बसेरा के निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी पोषण पुनर्वास केंद्र का भी निरीक्षण किया। जहां पर एक भी कुपोषित बच्चे एडमिट नहीं मिले। 5 नवंबर को ही आखिरी मरीज भी यहां से डिस्चार्ज किया जा चुका है।