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बलिया में मां-बहन की हत्यारे भाइयों ने ही कर दी थी हत्या, वजह जानकार आप भी रह जाएंगे दंग

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. भीमपुरा थाना के अहिरौली गांव में सुरजावती देवी (55) और रानी कुमारी (22) मां-बेटी हत्याकांड में दोनों भाई ही आखिरकार हत्यारेे निकले। पुलिस ने हत्याकांड के तीसरे दिन रविवार को ही हत्या करने वाले दोनों भाईयों जयराम और छोटेलाल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त दो कुल्हाड़ी और बोलेराे गाड़ी भी बरामद किया है। इसकी पुष्टि करते हुए एसपी देवेंद्र नाथ दुबे ने रविवार को हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि भीमपुरा थानाध्यक्ष शिवमिलन, सर्विलांस टीम और एसओजी बलिया की संयुक्त जांच के बाद पुलिस ने मामले में दर्ज मुकदमे में दो वर्ष पुरानी मारपीट के प्रतिक्रिया में हत्या किए जाने के आरोप को गलत पाया है। बताया कि गिरफ्तार दोनों भाईयों जयराम और छोटेलाल पुत्रगण विरेंद्र ने ही अपनी मां और बहन के सर पर 26-27 नवंबर की रात कुल्हाड़ी से प्रहारकर हत्या कर दिया था और पुलिस को बरगलाने के लिए साक्ष्य छिपाकर भाग गए थे।

पुलिस ने दोनों हत्यारे भाईयों को पुरा चट्टी से गिरफ्तार कर लिया है। वहीं हत्या में प्रयुक्त दो कुल्हाड़ी भी बरामद हुई है। गत 26-27 की रात मां-बेटी की हुए हत्या को लेकर जयराम कुमार पुत्र वीरेन्द्र प्रसाद द्वारा ही पूर्व रंजिश को लेकर अपने मां व बहन की हत्या करने की आशंका व्यक्त करते हुये गांव के सत्यनारायण पुत्र स्व. हरिकरन व तीन अन्य के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसकी जांच के लिए पुलिस अधीक्षक बलिया द्वारा भीमपुरा पुलिस, सर्विलांस टीम तथा एसओजी टीम बलिया को लगाया गया था। मामले की गहनता से जांच के बाद पुलिस ने मृतका के दोनों पुत्रों जयराम कुमार व छोटे लाल पुत्रगण वीरेन्द्र प्रसाद निवासी अहिरौली को ही हत्यारा पाया। दोनों भाईयों ने अपनी मां के और बहन से ऊबकर उक्त जघन्य अपराध का रास्ता चुना था। कडाई से पूछताछ में पुलिस के समक्ष दोनों भाईयों ने उक्त हत्याकांड में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार कर ली है। जिन्हें रविवार को पुलिस ने संबंधित धाराओं में निरुद्धकर न्यायालय के सुपुर्द कर दिया। 


48 घंटे में ही पुलिस ने किया घटना का पर्दाफाश

भीमपुरा थाना क्षेत्र के अहिरौली में विगत गुरुवार की रात्रि दलित मां-बेटी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा कर राहत की सांस ली। मामला दलित वर्ग से जुड़ा होने के कारण इसकी गूंज पूरे देश में सुनाई दी। प्रदेश सरकार के निर्देश पर डीआईजी आजमगढ़ सुभाष चंद दुुबे स्वयं घटना की जांच में लग गए। शनिवार को पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र नाथ पूरे दिन घटना स्थल पर डटे रहे। डीआईजी ने भी बड़े बारीकी से घटना की जांच की। उसके बाद रविवार को भीमपुरा थानाध्यक्ष शिवमिलन मामले का खुलासा किया। बताया कि वीरेंद्र के दोनों पुत्र जयराम कुमार व छोटेलाल ने ही कुल्हाड़ी से मारकर अपनी मां-बहन की हत्या की थी। रविवार दोपहर दोनों को पुरा चट्टी से गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी निशान देही पर घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व बोलेरो गाड़ी भी बरामद की गई है। 

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