5 सदी बाद श्रीराम जन्मभूमि पर साकार होगा भव्य दीपोत्सव का सपना, अयोध्या में रहेंगे CM योगी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, अयोध्या. भगवान राम की नगरी अयोध्या में करीब पांच सदी बाद दिवाली पर भव्य दीपोत्सव का सपना साकार होगा। योगी आदित्यनाथ सरकार इस बार यहां दीपोत्सव को वैश्विक बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ भी 13 नवंबर को अयोध्या में रामलला के साथ हनुमानगढ़ी में दर्शन कर भव्य दीपोत्सव के साक्षी बनेंगे। पांच अगस्त को श्रीरामजन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी भी 13 नवंबर को वर्चुअल रूप से दीपोत्सव से जुड़ेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ 11 से 13 नवंबर तक अयोध्या में होने वाले भव्य दीपोत्सव की तैयारी की निगरानी कर रहे हैं। भव्य राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के बाद अयोध्या के राम जन्मभूमि प्रांगण में होने वाले पहले दीपोत्सव और दिवाली का सभी को बेसब्री से इंतजार है। अयोध्या में इस बार का दीपोत्सव और दिवाली ऐतिहासिक होगी।
इसका मुख्य कारण है करीब पांच सदी बाद श्रीराम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद पहली बार दीपोत्सव होने जा रहा है, जो लोगों के लिए किसी सपने से कम नहीं है। करीब 492 वर्ष बाद यह पहला मौका होगा, जब श्री रामजन्म भूमि पर भी खुशियों के दीप जलेंगे। पांच शताब्दी पूर्व 1527 में मुगल सूबेदार मीरबांकी के अयोध्या जन्मभूमि पर कब्जा किया था। इसके बाद से अब देश ही नहीं, दुनिया के करोड़ों रामभक्तों का श्री राम जन्मभूमि पर मन्दिर निर्माण का सपना पूरा हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या से गहरा जुड़ाव जगजाहिर है। वह इस बार भी अयोध्या दीपोत्सव को भव्य तथा वैश्विक उत्सव बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हर व्यस्था पर उनकी नजर है। वह शुक्रवार को ही यहां के हर कार्यक्रम का प्रस्तुतिकरण भी देख चुके हैं।
अयोध्या में 11 से 13 नवम्बर तक आयोजित होने वाले भव्य दीपोत्सव की एक-एक तैयारी पर मुख्यमंत्री की नजर है। इस बार योगी आदित्यनाथ सरकार का अयोध्या में यह चौथा दीपोत्सव है। इससे पहले तो श्रीराम जन्मभूमि पर दीप नहीं जले थे, इसी कारण इस बार दीपोत्सव का दायरा भी भव्य तथा व्यापक होगा। दीपकों के मामले में इस बार भी रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है।
अयोध्या में 11 से 13 नवम्बर तक आयोजित होने वाले भव्य दीपोत्सव की एक-एक तैयारी पर मुख्यमंत्री की नजर है। इस बार योगी आदित्यनाथ सरकार का अयोध्या में यह चौथा दीपोत्सव है। इससे पहले तो श्रीराम जन्मभूमि पर दीप नहीं चले थे, इसी कारण इस बार दीपोत्सव का दायरा भी भव्य तथा व्यापक होगा। दीपकों के मामले में इस बार भी रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है।
अयोध्या तथा राम मंदिर को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ का जुनून अलग
मुख्यमंत्री बनने के बाद भी योगी आदित्यनाथ का अयोध्या और राममंदिर को लेकर जज्बा और जुनून पहले जैसा ही रहा है। अयोध्या जाने की दूर कोई भी राजनेता उसका नाम नहीं लेना चाहता था। तीन दशक के दौरान मुलायम सिंह यादव, मायावती, अखिलेश यादव, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी में से कोई भी कभी अयोध्या नहीं गया। इसके इतर बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जब भी अवसर मिला अयोध्या गये।
रामलला विराजमान के दर्शन किए और अयोध्या के विकास के लिए जो भी संभव था उस काम को अंजाम दिया। इनके ही सीएम के कार्यकाल के समय में सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के पक्ष में फैसला दिया। पांच अगस्त को मंदिर के भूमि पूजन के बाद तो इस बार अयोध्या के कायाकल्प की ही तैयारी है। अयोध्या में इस बार का दीपोत्सव और दीवाली का बेहद खास होना स्वाभाविक है।
मांगा गया पीएम से शिलान्यास कराई गई योजनाओं का ब्योरा
राम नगरी अयोध्या की कुछ योजना का शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ माह पहले किया था। अयोध्या प्रशासन से शासन ने उन योजनाओं की प्रगति का ब्यौरा मांगा है। यदि वह पूरी हो गई होंगी तो दीपोत्सव के दौरान किसी भी दिन पीएम नरेंद्र मोदी से उनका ऑनलाइन शिलान्यास कराया जा सकता है।
24 घाट पर जलेंगे छह लाख दीप
अयोध्या जिला प्रशासन ने शासन के सहयोग से इस बार दीपोत्सव का दायरा बढ़ा दिया है। इस बार अयोध्या में दीपोत्सव पर सरयू नदी के 24 घाट पर छह लाख दीप जलेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने दीपावली पर अयोध्या में वाॢषक दीपोत्सव को इस बार और भव्य रूप से मनाने के लिए सरयू के घाटों पर करीब छह लाख मिट्टी के दीपक जलाकर अपने पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को तोड़ने की योजना बनाई है।
20 लोक नृत्य टीमों को किया गया आमंत्रित
उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग ने 20 लोक नृत्य की टीमों को आमंत्रित किया है। जो झांकियों के आगे अवधी लोक नृत्य पर श्री राम और अयोध्या के साथ-साथ राम मंदिर को लेकर गाए गए गीतों पर लोक नृत्य करती नजर आएंगी। कलाकार साकेत महाविद्यालय से निकलकर अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए दीपोत्सव स्थल तक जाएंगे। राम कथा पार्क जहां पर राम का राजतिलक होगा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी अगवानी करेंगे वहां पर भी अलग-अलग मंच पर यह कलाकारों की टोली अवधी लोक नृत्य से लोगों को अपनी तरफ आकॢषत करेंगी।