वाराणसी में बिजली कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार, निर्बाध आपूर्ति को प्रशासन ने कसी कमर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. बिजली कर्मियों के सोमवार से शुरू हो रहे पूर्ण कार्य बहिष्कार के दौरान होने वाली दिक्कतों से निबटने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। शिकायतों के निवारण के लिए मंडलायुक्त कार्यालय समेत चार स्थानों पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं जो 24 घंटे काम करेंगे। उपकेन्द्रों से निर्बाध बिजली आपूर्ति की निगरानी के लिए मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। वहीं, प्रशासन ने डिप्लोमाधारकों, आईटीआई के प्रशिक्षुओं के साथ बिजली विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारियों व कर्मचारियों की सूची तैयार की है।
इनकी जरूरत के अनुसार ड्यूटी लगाई जाएगी। मंडलायुक्त कार्यालय, भिखारीपुर, स्मार्ट सिटी के सिगरा स्थित कमांड ऑफिस में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। इसके अलावा टोल फ्री नंबर 1912 पर भी शिकायतें दर्ज होंगी। सभी जगह चार शिफ्ट में प्रशासनिक अधिकारियों व बिजलीकर्मियों की तैनाती की गई है। ये हैं नंबर :मंडलायुक्त कार्यालय : 0524-2502158 भिखारीपुर : 0542-2300136 सिटी कमाण्ड सेन्टर : 0542-2221944टोल फ्री नंबर : 1912 सभी बिजली घरों पर तैनाती व सुरक्षा प्रबंधजिले में 440 केवी के एक, 220 केवी के चार और 132 केवी के आठ जबकि 33 केवी के कुल 88 सब स्टेशन हैं। इन सभी उपकेन्द्रों पर सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम किए गए हैं। वहीं, सब स्टेशनों पर आउटसोर्सिंग के 393 कर्मचारियों की तैनाती की गयी है।
20 स्टोर पर भी आउटसोर्सिंग के कर्मचारी रहेंगे। साथ ही रैपिड रिस्पांस टीम बनाई गई है। डिप्लोमाधारक व आईटीआई के प्रशिक्षु तैयारपावर कॉरपोरशेन 201 डिप्लोमा होल्डर, 3052 सेवानिवृत्त अधिकारियों व कर्मचारियों को काम पर लगाएगा। करौंदी आईटीआई से प्रशासन को 274 प्रशिक्षुओं और बिजली विभाग से 10 प्रशिक्षकों की सूची मिली है। जल निगम ने एक इलेक्ट्रीशियन दिया है। श्रम विभाग से 1688 विद्युत कर्मियों और ट्रेजरी से विद्युत विभाग के 377 सेवानिवृत्त अधिकारियों व कर्मचारियों की सूची मिली है। इनकी आवश्यकतानुसार ड्यूटी लगायी जायेगी। संघर्ष समिति ने निजीकरण रद करने संबंधी मांग दोहराईवाराणसी। कार्यालय संवाददाताविद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की रविवार को भिखारीपुर में हुई बैठक में प्रदेश सरकार व ऊर्जा प्रबंधन से निजीकरण संबंधी निर्णय को तत्कार निरस्त करने की मांग दोहराई गई।
पदाधिकारियों ने कहा कि निजीकरण प्रक्रिया की जगह ऊर्जा क्षेत्र में सुधार के लिए बनी कार्ययोजना में सभी विद्युतकर्मी सहयोग करेंगे।पदाधिकारियों ने बताया कि उपकेंद्रों के अलावा वर्कशाप और स्टोर के भी कर्मचारी कार्य बहिष्कार आंदोलन में शामिल होंगे। साथ ही एनसीसीओईईई से जुड़े देश भर के 15 लाख कर्मचारी भी कार्य बहिष्कार करेंगे। बताया कि डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ, लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने बिजली कर्मचारियों के स्थान पर कार्य करने से साफ इनकार कर दिया है।
बैठक में आरके वाही, केदार तिवारी, चंद्रशेखर चौरसिया, डॉ. आरबी सिंह, राजेन्द्र सिंह, संजय भारती, वेदप्रकाश राय, शशिकिरण मौर्य, रमन श्रीवास्तव, नीरज बिंद, सुनील कुमार यादव, जगदीश पटेल, अंकुर पांडेय, रमाशंकर पाल, वीरेंद्र सिंह, सुनील यादव, मदन लाल श्रीवास्तव, संतोष वर्मा, आरके राय, अमितानंद त्रिपाठी, संतोष कुमार, हेमंत श्रीवास्तव आदि मौजूद थे। यहां बहाल रहेगी बिजली आपूर्ति बिजली उत्पादन गृहों, 765/400 केवी उपकेन्द्रों और कंट्रोल रूम में शिफ्ट में कार्य करने वाले अभियंता व कर्मचारी कार्य बहिष्कार में शामिल नहीं होंगे। अस्पतालों, पेयजल व अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए विद्युत आपूर्ति बहाल रहेगी। नहीं माना रविवार को दफ्तर खोलने का आदेशपावर कारपोरेशन ने डिस्काम वाराणसी के सभी मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण व अधिशासी अभियंताओं को रविवार को भी दफ्तर खोलने का सख्त निर्देश दिया था ताकि पांच अक्तूबर से प्रस्तावित पूर्ण कार्य बहिष्कार के मद्देनजर तैयारियां की जा सकें। लेकिन विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के आह्वान पर किसी भी अभियंता का दफ्तर नहीं खुला। भिखारीपुर में एमडी कार्यालय खुला रहा लेकिन यहां संविदाकर्मी और कुछ स्टाफ ही मौजूद थे।