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Ghazipur: बिजली संकट से जूझी जनता, व्यापार पर पड़ा असर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में मंगलवार को विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल से जनजीवन और दिनचर्या ध्वस्त हो गई। शहर से लेकर देहात तक बिद्युत आपूर्ति नहीं होने पर कोहराम मच गया। शहर में पिछले 36 घंटे से बिना बिजली के ब्लैक आउट जैसे हालात नजर आए। घरों में पंखा, कूलर और एसी नहीं चलने से लोग बिलबिलाते रहे और रात जागकर गुजारी। वहीं मोहल्लों से लेकर गांवों तक पेयजल संकट गहरा गया। शहर में अलग-अलग पावर स्टेशन पर नागरिकों की भीड़ जुटी रही और हर कोई आपूर्ति बहाल किए जाने को लेकर जानकारी जुटाता नजर आया। गंगा पार से लेकर वाराणसी हाईवे तक जगह-जगह ग्रामीण विद्युत केंद्र पर पहुंच गए और हंगामा किया। विरेाध प्रदर्शन के बावजूद पुलिस और प्रशासन मिलकर आपूर्ति बहाल नहीं करा पाया।

मंगलवार को लगातार दूसरे दिन विद्युत आपूर्ति नहीं होने से पूरे शहर में बिजली संकट की वजह से हाहाकार मच गया। सोमवार दोपहर बाद आई दिक्कत के बाद से पूरी रात शहर के कई इलाके में अंधेरा छाया रहा। तमाम प्रयासों के बावजूद मंगलवार देर रात तक बिजलीआपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई। शहर के कई इलाकों में फाल्ट की वजह से पानी की सुबह आपूर्ति नहीं हुई वहीं मोबाइल तक चार्ज नहीं हुए। इन्वर्टर पूरी तरह से धोखा दे गए ओर तमाम दिक्कतें बरकरार रही। शहर के अधिकांश इलाकों में रात भर अंधेरे में रहे और गर्मी से बेहाल हो गए। बिजली गुल होने की वजह से पेयजल संकट भी पैदा हो गया। सैकड़ों घरों के इनवर्टर बैठ गए। फाल्ट कब तक ठीक होगा यह बताने को तैयार नहीं है। प्रशासन व प्रबंधन ने जो वैकल्पिक व्यवस्था की,वे एक साथ कई जगह फाल्ट होने की वजह से धाराशाई हो गई। कार्य बहिष्कार की वजह से प्रबंधन व प्रशासन ने जो वैकल्पिक व्यवस्थाएं की,वह एक झटके में धड़ाम हो गई। एक साथ कई बड़े फाल्ट हो जाने से सारी व्यवस्था लड़खड़ा गई। शहर में कई जगह आपूर्ति बिगड़ने से दिक्कत आई।


विद्युत कटौती के चलते काराेबार और दुकानदारों पर बड़ा असर पड़ा। वहीं बैंकों समेत निजी संस्थान भी बिजली की कमी से जूझते रहे। आपूर्ति नही होने से ब्राडबैंड और इंटरनेट समेत प्रमुख सेवाएं ध्वस्त रहीं। शहर का महुआबाग, मिश्रबाजार, लंका, कचहरी, शास्त्रीनगर और गोराबाजार समेत तमात इलाकों में सन्नाटा छाया रहा। दफ्तरों में लाइट के अभाव में काम नहीं हुए तो निजी संस्स्थाओं में हालात बद से बदतर रहै। बैंक समेत जरूरी दफ्तरों में दिन भर जेनरेटर चलता रहा।

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