बैंक ग्राहकों को जोर का झटका, धीरे से अब बचत खाते पर 2.90 प्रतिशत ब्याज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। कोरोना संक्रमण काल के कारण हुए लॉकडाउन का असर अर्थव्यवस्था पर साफ दिखाई देने लगा है। यही कारण है कि इस चुनौती भरे समय में बैंकों ने भी हाथ सिकोड़ना शुरू कर दिया है। बैंकों ने बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज को तीन प्रतिशत से घटाकर 2.90 प्रतिशत कर दिया है। यह ब्याज दर पहली अक्टूबर से लागू कर दी गई हैं।
इसके तहत 30 सितंबर को लगभग सभी बैंकों ने अपनी बैंक शाखाओं को ब्याजदर में बदलाव किए जाने के निर्देश जारी किए हैं। इस आदेश के बाद पहली अक्टूबर से बैंक ग्राहकों के बचत खाते पर 2.90 प्रतिशत की दर से ही ब्याज मिलेगा।
दो माह पहले 3 प्रतिशत की गई थी ब्याज दर
दरअसल, बैंकों ने बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज को लेकर उनकी दरों में महज तीन महीने के दरम्यान ही दूसरी बार बदलाव किया है। लॉकडाउन खुलने के बाद पहली जुलाई 2020 को बैंकों ने बचत खाते पर तीन प्रतिशत ब्याज दिए जाने की घोषणा की थी। तीन महीने बाद पहली अक्टूबर से ब्याजदर में 10 प्रतिशत कटौती करते हुए 2.90 प्रतिशत कर दिया।
ग्राहकों को जोर का झटका, धीरे से
बैंकिंग सेक्टर से जुड़े जानकार बताते हैं कि महज डेढ़ साल पहले बैंके अपने ग्राहकों को बचत खाते पर 4 प्रतिशत ब्याज दे रहीं थीं। उसके बाद से लगातार ब्याज दर में कटौती का सिलसिला शुरू हो गया। पहले ब्याजदर को चार प्रतिशत से कम कर 3.5 किया गया, फिर तीन प्रतिशत। इसकी क्रम में जुलाई 2020 में तीन प्रतिशत, फिर पहली अक्टूबर से 2.90 प्रतिशत। ऐसे में उदाहरण के तौर पर समझा जाए तो बैंक ग्राहक को जहां डेढ़ साल पहले बचत खाते पर एक लाख रुपये पर सालाना चार हज़ार ब्याज मिलता था, वहीं आज वही बैंक ग्राहक एक लाख रुपये पर महज 2900 रुपये ब्याज का ही हकदार है। ऐसे में देश भर के करोड़ों बचत खाता धारकों को आर्थिक चोट पहुंचनी तय हैं।
बैंक ऑफ इंडिया के रिसोर्स
मोबिलाइजेशन डिपार्टमेंट के महाप्रबंधक गिरीश कुमार सिंह की ओर से जारी निर्देश के तहत नई दरें पहली अक्टूबर 2020 से लागू होंगी।