Ghazipur: कठवामोड़ पक्का पुल तोड़ने का कार्य प्रारंभ, आवागमन ठप
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुहम्मदाबाद, गाजीपुर-बलिया राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर कठवामोड़ स्थित बेसो नदी के क्षतिग्रस्त पक्का पुल को तोड़ने का कार्य शनिवार को शुरू हो गया। करीब छह दशक पूर्व इसका निर्माण कराया गया था। पांच वर्ष पहले इस पुल के क्षतिग्रस्त होने से भारी वाहनों का आवागमन बंद करा दिया गया था। केवल छोटे वाहन ही इस पर गुजरते थे। अब इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
बीते 22 फरवरी को सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त और विधायक अलका राय ने फोरलेन के लिए नए पुल निर्माण को लेकर शिलान्यास किया था। इसको बनाने से पहले मौजूद पुराने पुल की जर्जर हालत को देखते हुए उसे तोड़कर उसी जगह फोरलेन के नए पुल बनाए जाने की रूपरेखा तैयार की गयी, जिसके तहत लगभग एक सप्ताह पहले मार्ग को बंद कर तोड़ने की प्रकिया चालू करने के लिए सेफ्टी के रूप में पुल तोड़ने से पहले विटी कालम लगाया गया, जो पूरा होने के बाद ब्रेकर मशीन से पुल को तोड़ने का काम शुरू किया गया। बगल में बने डायवर्जन के रूप में एक बाइपास बनाया गया था, जिससे पुल पर हल्के वाहन और डायवर्जन रूट पर बड़े वाहनों का आना जाना था। बड़े वाहनों को पूरी तरह से प्रशासन द्वारा रोक कर दूसरे रास्ते हैंसी गांव से होते हुए भेजा जा रहा है। कार्य कर रही मित्तल ब्रदर्स इंजीनियर्स एंड कांट्रैक्टर के अवर अभियंता विजय मित्तल ने बताया कि इधर का आवागमन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। जो मशीन पुल तोड़ रही है उसके पत्थर तोड़ने से कही भी इधर-उधर दूर तक भी जा सकते हैं। इसकी रिपोर्ट प्रशासन को दे दी गयी है। आने जाने वाले लोगों को बता दिया गया है कि जब तक पुल टूट न जाये तब तक इस रास्ते का प्रयोग न किया जाए। पुल को 15 से 20 दिन में तोड़ दिया जाएगा।
करीब 60 वर्ष पुराना था पुल
बेसो नदी पर बना पुल लगभग 60 साल पूराना था। इस समय जर्जर हो गया था। इस पुल से कासिमाबाद, रसड़ा, देवरिया, सलेमपुर, पटना, बक्सर, माझी घाट आदि जगहों पर बड़े वाहन चलते थे। इस पुल के बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।