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सिर्फ पुलिस को बुलाने के लिए ही नहीं है डायल यूपी 112, जानिए किसने-किसने ली मदद

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में डायल यूपी 112 सेवा एक साल में साढ़े 56 लाख लोगों की मददगार बन चुकी है। इस योजना की शुरूआत ठीक एक साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी। 2019 में  26 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डायल 100 से यूपी 112 की शुरुआत की थी। इस सफर में यूपी 112 का 1090, 181 व उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के साथ एकीकरण हुआ।

दूसरी सरकारी एजेंसियों के साथ एकीकरण के बाद 112 के माध्यम से मदद का दायरा भी बढ़ गया। अब इस एक नंबर (112) पर कॉल कर के प्रदेश के 24 करोड़ लोग विभिन्न तरह की योजनाओं व सेवाओं का लाभ ले रहे हैं।


समाज के हर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए 112 की ओर से कई तरह की सेवाएं शुरू की गईं। इसमें महिला पीआरवी, महिला एस्कॉर्ट, बुजुर्गों के लिए सवेरा योजना व घरेलू हिंसा का शिकार महिलाओं का पंजीकरण प्रमुख हैं। महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रदेश भर में 300 महिला पीआरवी संचालित की जा रही है। रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक अकेली महिला को सुरक्षित आवागमन के लिए महिला एस्कॉर्ट की सुविधा शुरू की गई है। सवेरा योजना के तहत प्रदेश भर में 7 लाख बुजुर्गों का पंजीकरण किया गया है। पंजीकृत बुजुर्ग 112 को कॉल कर के कई तरह की सहायता ले रहे हैं।इसी तरह यूपी 112 ने लॉक डाउन के समय 6.57 लाख लोगों तक मानवीय राहत पहुंचाई। इस कार्य में प्रशासन ने 112 का पूरा सहयोग किया।


 

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