अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर राजेश यादव का तोड़ा जा रहा मकान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर राजेश यादव के मकान को ढहाने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। राजेश यादव प्रयागराज में झूंसी थाने का हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे भी हैं। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारी और पुलिस फोर्स शुक्रवार दोपहर झूंसी के हवेलिया मोहल्ले में पहुंची। फिर राजेश यादव के मकान की चौहद्दी देख जेसीबी से गिराने कार्रवाई शुरू की।
प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद और पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा की अवैध अचल संपत्तियों पर कार्रवाई के बाद अब राजेश यादव पर भी शिकंजा कसने की कवायद शुरू हो गई है। इसके तहत राजेश यादव की झूंसी के हवेलिया इलाके में मकान स्थित है। पीडीए के अधिकारियों का दावा है कि माफिया राजेश यादव ने बिना मानचित्र स्वीकृत कराए ही मकान का गलत तरीके से निर्माण कराया था, जिस पर कार्रवाई की जा रही है। मुंबई में काला घोड़ा शूटआउट से ही राजेश यादव चर्चा में आया था। उसके बाद प्रयागराज में आकर रंगदारी मांगने हत्या की कोशिश जैसी कई घटनाओं को अंजाम दिया था।
राजेश यादव पर दर्ज हैं 26 मुकदमे
माफिया की फेहरिस्त में शामिल राजेश यादव कुख्यात अपराधी है। पिछले दो महीने से उसके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। इसके बाद पुलिस उसकी गतिविधि से लेकर संपत्ति तक के बारे में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया था। पुलिस रिकार्ड में झूंसी थाना क्षेत्र के नैका महीन गांव निवासी राजेश यादव उर्फ मामा के खिलाफ कर्नलगंज, धूमनगंज, कैंट, सिविल लाइंस, शिवकुटी, जार्जटाउन, नैनी और झूंसी थाने में 26 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें हत्या का प्रयास, जानलेवा हमला, गैंगस्टर समेत कई मुकदमे हैं।
राजेश यादव लंबे समय से घर से भागा हुआ है
पुलिस अधिकारियों का दावा है कि राजेश यादव भी दूसरे माफिया की तरह अवैध तरीके से प्रापर्टी डीलिंग करता है। अपराध के जरिए उसने भी काफी चल और अचल संपत्ति अर्जित की है। वह लंबे समय से घर से भागा हुआ है और मीरजापुर, वाराणसी, जौनपुर समेत अन्य स्थानों पर साथियों के साथ चोरी-छिपे रहता है। पुलिस का कहना है कि झूंसी और सरायइनायत में उसकी काफी प्रापर्टी है। कुछ उसके नाम है तो कुछ संपत्ति घरवालों के नाम पर दर्ज है। फिलहाल पुलिस ने अब राजेश के विरुद्ध भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है।
काला घोड़ा शूटआउट से हुआ चर्चित
कुछ साल पहले मुंबई की अदालत में दिनदहाड़े दो वकीलों की हत्या की गई थी, जो काला घोड़ा शूटआउट के नाम से चर्चित हुआ। उस हत्याकांड में मुंबई क्राइम ब्रांच ने राजेश यादव को पकड़ा था। तब पता चला था कि राजेश छोटा राजन गिरोह के लिए काम करता है और उस वारदात में शामिल था। इस घटना के बाद ही राजेश र्चिचत हो गया। फिर प्रयागराज और आसपास के जिलों में उसने अपराध शुरू कर दिया। रंगदारी मांगना उसका मुख्य पेशा बन गया।