SP ने थानेदार समेत 4 पुलिसकर्मियों को किया निलंबित, 2 के ऊपर एससी-एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रतापगढ़. कहते हैं न्याय आसानी नहीं मिलता है. न्याय के लिए तमाम अफसरों के चौखट पर चक्कर लगाना पड़ता है. लेकिन प्रतापगढ़ के नए एसपी अनुराग आर्य पुलिस महकमे की पूरी कार्यशैली को बदलने की कवायद में जुट गए है. एसपी ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए बाघराय एसओ रविन्द्र यादव, दरोगा संतोष यादव और दो सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, जबकि बाघराय थाने में तैनात दो सिपाही हरिचंद्र और गुरुवेंद्र सिंह पर लूट, मारपीट, धमकी और एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसकी जांच सीओ सदर को सौंपी गई है.
जानकारी के मुताबिक, कार्रवाई के जद में आये पुलिसकर्मियों पर फरियादियों से थाने में मारपीट और लूट करने का आरोप है. वहीं, शिकायतकर्ता जयचंद्र ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देते हुए आरोप लगाया कि जमीनी विवाद की शिकायत करने पर दोनों पक्ष को दोनों सिपाही हरिचंद्र और गुरुवेंद्र ने थाने बुलाया. फिर विपक्षी को पैसा लेकर थाने से छोड़ दिया.इसके बाद दोनों सिपाही ने शिकायतकर्ता जयचंद्र से पैसा मांगने लगे. सिपाहियों को पैसा नहीं देने पर जयचंद्र और उसके दोनों भाइयों की पेड़ से बांध कर पिटाई की गई. उनके मोबाइल फ़ोन सिपाहियों द्वारा छीन लिए गए. जाति सूचक गाली दी गई. फिर दरोगा संतोष यादव ने सभी का 151 में चालान कर दिया. वहीं, शिकायतकर्ता जय चंद्र की शिकायत को एसपी ने गंभीरता से लेते हुए सीओ सदर तनु उपाधयाय से मामले की जांच कराई. सीओ की जांच में पुलिसकर्मियों के ऊपर लगे आरोप सही पाए गए,मजिसके बाद प्रतापगढ़ के एसपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए थानेदार और दरोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. साथ ही दो सिपाहियों पर उनके आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया गया.
थाने स्तर पर मिले फरियादियो को न्याय
एसपी अनुराग आर्य 10 दिन पहले ही सभी थानेदार और पुलिसकर्मियों को चेताया था. उन्होंने कहा था कि थाने स्तर पर ही फरियादियो को न्याय मिलना चाहिए. कोई भी फरियादी जिला मुख्यालय तक शिकायत लेकर न आये. थाने आये फरियादी के साथ किसी भी प्रकार की अभद्रता और उनकी शिकायत पर लापरवाही नहीं बरती जाए. ऐसा करने पर एसपी ने पहले ही कठोर कार्रवाई की बात कही थी. वहीं, एसपी के आदेशों को दर किनार कर दंबगई करने वाले थानेदार और पुलिसकर्मियों को एसपी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पूरे जिले के पुलिस कर्मियों के बड़ा संदेश दिया है, जिसके बाद पुलिसकर्मियों में साफ तौर पर कार्रवाई का खौफ दिख रहा है.