रोडवेज की बसें अब नहीं करेंगी शोर, प्रबंध निदेशक ने प्रेशर हार्न हटाने का दिया निर्देश
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने बसों में प्रेशन हार्न हटाने के साथ टीटी हार्न लगाने का निर्णय लिया है। यूं कहिए की रोडवेज की बसें अब सड़कों पर शोर नहीं करेंगी। परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने सभी क्षेत्रीय प्रबंधक को तत्काल अमल में लाने का निर्देश दिया है। साथ ही बस चालकों और परिचालकों की जवाबदेही तय करने को कहा है। इसकी मानीटरिंग एआरएम से कराई जाए। वर्कशाप प्रभारी भी बस की मरम्मत करने के साथ देखें की उसमें प्रेशर हार्न तो नहीं लगा है।
शहर की आबोहवा दूषित हो चुकी है। लोग विभिन्न बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। उससे कहीं ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है ध्वनि प्रदूषण। बसों में लगे प्रेशर हार्न के चलते लोगों के कान के पर्दे फट जा रहे हैं, खासकर छोटे बच्चों के साथ ज्यादा दिक्कत है। रोडवेज बस स्टैंड पर बसों के प्रेशर हार्न की आवाज सुनकर यात्री डर जाते हैं। डर के मारे यात्री इधर-उधर तेजी से भागते हैं, ऐसे में दुर्घटनाएं होने की संभावना ज्यादा होती है। वहीं छोटे बच्चे भी डर जाते हैं। बस स्टैंड, बस या मां की गोद में सोए बच्चे डर जाते हैं।
टीटी हार्न की खासियत
टीटी हार्न की आवाज प्रेशर हार्न की तुलना में काफी कम होता है। 20 से 25 फीट दूर खड़े लोगों को हार्न सुनाई पड़ेगी लेकिन इस टीटी हार्न से शरीर पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा। ऐसी आवाज नहीं होगी जिससे सामने या आसपास खड़ा व्यक्ति डर जाए।
दो पहिया वाहन चालक होते हैं दुर्घटनाग्रस्त
परिवहन निगम से अनुबंधित बसों में ज्यादा प्रेशर हार्न लगा होता है। इन बसों के चालक सड़क पर चलने के दौरान लगातार हार्न बजाते रहते हैं जिससे ध्वनि प्रदूषण फैलता है। वहीं, सड़क पर चालक के अचानक प्रेशर हार्न बजाने से दो पहिया वाहन चालक डरने के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।
बसों में प्रेशर हार्न लगाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है
बसों में प्रेशर हार्न लगाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। परिवहन निगम की बसों से प्रेशर हार्न निकालने के साथ टीटी हार्न लगाए जा रहे हैं। साथ ही अनुबंधित बस मालिकों को निर्देश दिया गया है।-ओपी ओझा, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (ग्रामीण)