गाजीपुर: पुलिस से झड़प के बीच सपाइयों ने सरकार पर साधा निशाना
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सरकार पर भ्रष्टाचार, उत्पीड़न, बेरोजगारी, ध्वस्त कानून व्यवस्था सहित तमाम आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को पत्रक देने जा रहे सपा नेताओं व पुलिस में झड़प व धक्का-मुक्की हुई। पुलिस द्वारा कार्यकर्ताओं को रोके जाने से आक्रोशित सपाजन बंशी बाजार स्थित एनएच-29 पर ही बैठकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे। सदर एसडीएम प्रभास कुमार मौके पर पहुंचकर संबंधित पत्रक लिए तब जाकर कार्यकर्ता शांत हुए। तहसीलों पर भी सपा का प्रदर्शन हुआ।
बंशी बाजार स्थित लोहिया भवन कार्यालय पर 11 बजे तक बड़ी संख्या में सपाई जुट गए। इन्हें जुलूस की शक्ल में ज्ञापन देने जाने से रोकने के लिए एक तरफ जहां कार्यालय का मुख्य गेट पुलिस छावनी में तब्दील था, वहीं कचहरी स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के आसपास कई स्थानों पर बैरीकेडिग की गई थी। करीब पौने 12 बजे पूर्व सांसद राधेमोहन के साथ सैकड़ों सपाजन हाथों में झंडा लिए नारेबाजी करते हुए कार्यालय से निकले। वह मुख्य गेट की तरफ बढ़े तो पुलिस उन्हें रोकने लगी। ऐसे में पुलिस और सपाइयों में झड़प शुरू हो गई, लेकिन सपाई किसी भी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं थे। वह पुलिस से धक्का-मुक्की और नारेबाजी करते हुए सड़क की तरफ बढ़े। पुलिस ने बलपूर्वक रोकना चाहा तो कार्यकर्ता गाजीपुर-वाराणसी मार्ग पर बैठकर नारेबाजी करन लगे। सपाइयों ने विरोध में काले गुब्बारे भी उड़ाए।
करीब एक घंटा बाद सदर एसडीएम प्रभास कुमार वहां पहुंचे, लेकिन कार्यकर्ता डीएम को बुलाने से कुछ कम पर मानने को तैयार नहीं थे। पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने कार्यकर्ताओं को जिलाध्यक्ष की बात मानने की नसीहत दी तब जाकर उनके तेवर नरम पड़े। इसके बाद सीओ सिटी पीयूष चावला के समझाने पर एसडीएम को पत्रक देने पर मान गए। सपाजनों की संख्या और हाल के मामले से सीख लेते हुए पुलिस पूरी तरह मुस्तैद रही। सीओ सिटी सहित आधा दर्जन इंस्पेक्टर व दर्जनों सब इंस्पेक्टर के साथ फोर्स तैनात रही। जुलूस में जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, पूर्व सांसद राधे मोहन सिंह, पूर्व सांसद जगदीश कुशवाहा, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा, डा. विरेंद्र यादव, तहसीन अहमद, शम्मी सिंह, सदानंद यादव, अरुण कुमार श्रीवास्तव, सत्येन्द्र यादव सत्या, अभिनव आदि थे।
सेवराई में निकाला जुलूस
सेवराई : पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सिंह के नेतृत्व में तहसील मुख्यालय पहुंचे सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को मांग पत्र सौंपा। जमानियां विधानसभा अध्यक्ष अनिल यादव, रितेश सिंह, राहुल, जम्मा खान, जैनुल बशर खान आदि थे।
कासिमाबाद : स्थानीय कार्यालय के सामने उप जिलाधिकारी रमेश मौर्य को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा। पूर्व एमएलसी काशीनाथ यादव, विधानसभा अध्यक्ष जय हिद यादव, महेंद्र चौहान, रविद्र यादव, केशव यादव, अवधेश यादव आदि थे।
पत्रक सौंपकर की आंदोलन की इतिश्री
मुहम्मदाबाद : प्रशासन की कड़ाई के चलते सपा कार्यकर्ता पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आए। विधानसभा इकाई की ओर से पार्टी कार्यकर्ताओं ने डाक बंगला रोड स्थित पार्टी कार्यालय के पास ही उप जिलाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता को पत्रक सौंप कर अपने आंदोलन की इतिश्री कर ली।
एसडीएम न्यायालय में घुसकर की नारेबाजी
जमानियां : प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ सपा कार्यकर्ताओं ने एसडीएम की गैरमौजूदगी में जमानियां तहसीलदार आलोक कुमार को राज्यपाल के नाम 22 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। तैनात पुलिस बल ने तहसील के अंदर जाने से रोका तो सपाजन उपजिलाधिकारी न्यायालय में घुस कर नारेबाजी करने लगे। मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी सुरेश शर्मा व कोतवाल राजीव कुमार सिंह ने उन्हें एसडीएम न्यायालय से बाहर किया।
सैदपुर में कोतवाल से की नोंकझोंक
सैदपुर : सपा कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर तहसील के सामने प्रदर्शन किया। तहसील गेट पर कोतवाल रविद्रभूषण मौर्य व कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई। राज्यपाल को प्रेषित पत्रक विधायक सुभाष पासी द्वारा एसडीएम अनिरुद्ध सिंह को सौंपा गया। विधायक प्रतिनिधि आशू दुबे, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि ओमप्रकाश राम, रीना पासी, संजय सिंह, विधानसभा अध्यक्ष कमलेश यादव आदि थे।
विधायक से भिड़े कार्यकर्ता, दोबारा पहुंचे तहसील
सिकंदरा गांव निवासी युवा सपा नेता अजीत विधायक सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ तहसील पहुंचे तो उन्हें पता चला कि विधायक पत्रक देकर जा चुके हैं। इससे उनके साथ के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और सपा कार्यालय पहुंच गए। वहां विधायक सुभाष पासी से अजीत विधायक के समर्थक भिड़ गए और नोंक-झोंक होने लगी। विधायक ने किसी तरह उन्हें समझाए। अजीत द्वारा लाए पत्रक को तहसील पहुंचकर एसडीएम को सौंपे।